बंधकों की रिहाई के बिना युद्ध-विराम की अनुमति नहीं देंगे: नेतन्याहू
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने घोषणा की है कि यह शासन बिना बंदियों की रिहाई के युद्ध-विराम की अनुमति नहीं देगा। नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा, “अगर हमास अपने विरोध पर कायम रहता है, तो इसके और भी परिणाम होंगे।”
इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने स्पष्ट किया कि सहायता की आपूर्ति को रोकने का फैसला पहले चरण के समझौते की समाप्ति और अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ़ की योजना को हमास द्वारा अस्वीकार करने के कारण लिया गया है। इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह भी घोषणा की कि, बेंजामिन नेतन्याहू ने आज सुबह से ग़ाज़ा पट्टी में सभी सामानों और मानवीय सहायता की आपूर्ति को रोकने का निर्णय लिया है।
इज़राइली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस शासन ने युद्ध-विराम के पहले चरण के समाप्त होने के साथ ही ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति को रोक दिया है। इसी बीच, इज़रायली टेलीविजन चैनल 14 ने बताया कि ग़ाज़ा में सहायता भेजने को रोकने का निर्णय नेतन्याहू की अध्यक्षता में कल हुई बैठक में लिया गया था।
इस चैनल ने यह भी बताया कि ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति रोकने का फैसला अमेरिका के साथ समन्वय में लिया गया है। इज़रायली रेडियो और टेलीविजन संगठन ने रिपोर्ट दी कि इज़रायली कैबिनेट ने सेना को ग़ाज़ा पट्टी की ओर जाने वाले सभी मार्गों को बंद करने का आदेश दिया है।
गौरतलब है कि कल (1 मार्च) ग़ाज़ा में 42 दिन का युद्ध-विराम पहले चरण के समझौते के तहत समाप्त हो गया था और अभी तक दूसरे चरण की वार्ता शुरू नहीं हुई है। इसी बीच, नेतन्याहू के कार्यालय ने घोषणा की है कि इज़रायल डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ़ की दूसरे चरण के युद्ध-विराम योजना से सहमत है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए हमास के वरिष्ठ नेता महमूद मरदावी ने कहा कि नेतन्याहू के कार्यालय का ताज़ा बयान उसी बात की पुष्टि करता है, जिसका हम पहले से दावा कर रहे थे कि, इज़रायल बार-बार किए गए समझौतों से पीछे हटता है और युद्ध-विराम को लेकर अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में धोखाधड़ी करता रहता है।