नेतन्याहू के निवास को निशाना बनाने वाले ड्रोन से हमारा कोई संबंध नहीं: ईरान

नेतन्याहू के निवास को निशाना बनाने वाले ड्रोन से हमारा कोई संबंध नहीं: ईरान

संयुक्त राष्ट्र में इस्लामी गणराज्य ईरान के स्थायी मिशन ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि ईरान का उस ड्रोन हमले से कोई लेना-देना नहीं है, जिसने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कैसारिया स्थित निवास को निशाना बनाया। ईरान ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और इसे निराधार बताया है।

ईरान की तरफ से यह बयान उस समय आया है जब इज़रायली अधिकारियों द्वारा आज सुबह हुए ड्रोन हमले के लिए ईरान समर्थित समूहों पर संदेह जताया जा रहा है। हालाँकि, अभी तक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन इज़रायल के सुरक्षा अधिकारियों ने इसे ईरान और उसके सहयोगी गुटों से जोड़ने का प्रयास किया है।

कैसारिया में ड्रोन हमला से इज़रायली सुरक्षा प्रणाली पर सवाल
कैसारिया पर यह हमला तब हुआ जब एक ड्रोन ने इज़रायल के कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र में लगभग 70 किलोमीटर की दूरी तय की और कैसारिया में स्थित प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास को निशाना बनाया। इस घटना से इज़रायली सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं, क्योंकि ड्रोन इज़रायली हवाई रक्षा प्रणाली को चकमा देकर नेतन्याहू के निवास तक पहुंच गया। यह ड्रोन इज़रायली वायु रक्षा द्वारा न तो रोका गया और न ही उसे समय पर पहचाना जा सका।

इस हमले के बाद इज़रायल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी आलोचना हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना इज़रायली सुरक्षा के लिए एक बड़ा झटका है, खासकर जब देश में पहले से ही सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है।

इज़रायल के सुरक्षा अधिकारियों ने हमले के पीछे ईरान समर्थित समूहों के शामिल होने की संभावना जताई है।हालांकि, अब तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। इज़रायल के मीडिया और सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस घटना की जांच कर रही हैं। उनका कहना है कि यह हमला एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकता है, जिसका मकसद इज़रायली प्रधानमंत्री और उनकी सरकार को निशाना बनाना है।

ईरान का साफ़ इनकार
दूसरी ओर, ईरान ने इस हमले में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इनकार किया है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधि ने कहा कि इज़रायली सरकार का यह आरोप कि इस हमले के पीछे ईरान समर्थित समूहों का हाथ है, केवल एक झूठा और भ्रामक प्रचार है। ईरान ने इज़रायल पर क्षेत्र में तनाव बढ़ाने और ऐसे आरोपों के जरिए ध्यान भटकाने का आरोप लगाया है।

ड्रोन हमले की यह घटना इज़रायल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जहाँ इज़रायल इसे ईरान और उसके समर्थकों से जोड़ने की कोशिश कर रहा है, वहीं ईरान ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। इस बीच, कोई भी समूह इस हमले की जिम्मेदारी लेने के लिए सामने नहीं आया है, जिससे स्थिति और भी पेचीदा हो गई है। आने वाले दिनों में इस मामले पर जांच के बाद और खुलासे हो सकते हैं।

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