व्लादिमीर पुतिन को छोड़ना पड़ सकता है राष्ट्रपति का पद
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कुछ समय के लिए अपना राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के सूत्रों से पता चला है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पेट के कैंसर और पार्किसंस रोग से जूझ रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रूसी राष्ट्रपति के पेट के कैंसर की सर्जरी होनी है। ऐसे में उनकी जगह उनके खास सहयोगी और हार्डलाइन स्पाई चीफ निकोलई पात्रुशेव राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारियां संभालेंगे।
जो कि हाल ही में यूक्रेन के खिलाफ़ युद्ध की रणनीति बनाने वालों में 70 साल के निकोलई पात्रुशेव प्रमुख व्यक्ति के रूप में जाने गये थे।
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि निकोलई पात्रुशेव ने ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन को इस बात का यक़ीन दिलाया था कि यूक्रेन की सरकार नव-नाजीवाद से भर गई है और यूक्रेन में रूस के खिलाफ बड़ी साजिशें की जा रही है।
रिपोर्ट्स के अनुसार पुतिन जल्द ही अपनी मेडिकल जांच की प्रक्रिया शुरू करेंगे ताकि जल्द से जल्द अपने राष्ट्रपति को संभाल सकें।
राष्ट्रपति पुतिन का इलाज कर रहे डॉक्टरों का मानना है कि उन्हें कैंसर का तुरंत ऑपरेशन कराने की ज़रूरत है। ऑपरेशन के बाद जब तक वे पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हो जाते, तब तक वे सरकार नहीं चला पाएंगे।
रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन ने इसके बारे में अपने भरोसेमंद पात्रुशेव से कई घंटों तक बातचीत की। ये भी कहा जा रहा है कि उन्होंने बातचीत के बाद ऑपरेशन के दौरान पात्रुशेव को सत्ता सौंपने का फैसला भी कर लिया है हालांकि अभी इसकी घोषणा नहीं की गई है।
आपको बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और काफी दिनों से वे कैंसर और पार्किसंस रोग से परेशान हैं। ऑपरेशन न करवाने की वजह से ये दोनों बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं।
लेकिन वहीं दूसरी तरफ से वे ऑपरेशन कब कराएंगे यह अभी तय नहीं हुआ है लेकिन इतना स्पष्ट है कि वे 9 मई से पहले ऑपरेशन के बारे में नहीं सोचेंगे।
आपको बता दें कि 9 मई को रूस का नेशनल विक्ट्री डे के रूप में मनाया जाता है इस दिन रूस ने हिटलर की नाजी सेना पर विजय प्राप्त की थी। दूसरी ओर ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने चेतावनी दी है कि पुतिन 9 मई को यूक्रेन के खिलाफ ऑल आउट वार का ऐलान करने के लिए कर सकते हैं।