दक्षिणी इराक में अमेरिकी सेना के दो रसद काफिले पर हमला इराकी मीडिया के सूत्रों ने आज गुरुवार, 10 फरवरी को बताया कि अल-मुसन्ना प्रांत में दो अमेरिकी सैन्य रसद काफिले को निशाना बनाया गया।
दक्षिणी इराक में अमेरिकी सेना के दो रसद काफिले पर हुए हमले के बारे में अल-दजलह समाचार वेबसाइट ने अल-मुसन्ना प्रांत में एक सुरक्षा सूत्र के हवाले से बताया कि अमेरिका के नेतृत्व वाले आईएसआईएस विरोधी गठबंधन के एक रसद काफिले को अल-मुसन्ना में सड़क किनारे बम से निशाना बनाया गया लेकिन इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ।
सबरिन न्यूज टेलीग्राम चैनल सहित कुछ मीडिया सूत्रों ने अल-समावा-दिवानियाह मार्ग पर अमेरिकी सेना के सेकंड लॉजिस्टिक्स कारवां पर हमले की सूचना दी। अल-समावा अल-मुसन्ना प्रांत की राजधानी है। इराक से विदेशी सैनिकों को निकालने के इराकी संसद के फैसले और बगदाद द्वारा ऐसा करने में देरी के बाद अमेरिकी गठबंधन रसद काफिले को सप्ताह में कई बार, कभी-कभी दिन में कई बार सड़क के किनारे बमों से निशाना बनाया जाता है। इराकी समूह इस बात पर जोर देते हैं कि इराकी संसद द्वारा पारित एक प्रस्ताव के बाद इराकी सरकार को इराक से विदेशी सैनिकों को खदेड़ना चाहिए।
जनवरी 1998 में इराकी संसद, इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स फोर्स के कमांडर जनरल हज कासिम सुलेमानी और इराक के उप प्रमुख अबू महदी अल-मोहनदीस की हत्या पर संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा आतंकवादी हमले के बाद हशद अल-शबी संगठन विदेशी ताकतों को खदेड़ने की योजना बना रहा है।
इराक में इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक यहां अमेरिकी प्रतिष्ठानों पर कई हमले हो चुके हैं। अमेरिकी हितों पर जो हमले अब तक हुए हैं, उनमें से छह ड्रोन हमले शामिल रहे जो गठबंधन सेना के लिए चुनौती बने हुए हैं।