तुर्की ने इराक को 22740 बार निशाना बनाया, बग़दाद के कड़े तेवर
तुर्की की विस्तारवादी और क्षेत्र के अस्थिर करने वाली हरकतों के खिलाफ इराक के सब्र का पैमाना लगता है छलक गया है. वहीँ सीरिया से भी ख़बरें आ रही हैं कि यहाँ तुर्की के तंकी अड्डों को हवाई हमलों का निशाना बनाया गया है. अपुष्ट खबरों के अनुसार कहा जा रहा है कि यह हमले रूस एयरफोर्स ने किए हैं.
वहीँ इराक ने तुर्की की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को लिखे गए खत में कहा है कि इराक के खिलाफ तुर्की के बर्बर हमलों के पीछे उसी विस्तारवादी नीतियां काम कर रही है. हम सिक्योरिटी कौंसिल से मांग करते हैं कि वह तुर्की की इन हरकतों की निंदा करे.
अल मयादीन की रिपोर्ट के अनुसार इराक विदेश मंत्रालय ने यूएन सिक्योरियी कौंसिल को लिखे पत्र में कहा है कि इराक के दहूक प्रान्त में तुर्की के हालिया बहशी हमले उसकी विस्तारवादी नीतियों का हिस्सा है हम उम्मीद करते हैं कि संयुक्त राष्ट्र इस पर कोई एक्शन लेगा और यूएन सिक्योरियी कौंसिल तुर्की की इन हरकतों की निंदा करेगी.
इराक विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसने यूएन सिक्योरियी कौंसिल को लिखे पत्र में तुर्की की ओर से इराक के खिलाफ किये गए 22740 ऐसे करतूतों की लिस्ट दी है जिसमे उसने इराक की संप्रभुता एवं आज़ादी का उल्लंघन किया है.
इराक विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि बगदाद का अंकारा के साथ न कोई सैन्य समझौता है न कोई सुरक्षा सहयोग, तुर्की को इराक सरकार और जनता से माफ़ी मांगते हुए अपनी हरकतों को रोकना होगा.
इस बयान में कहा गया है तुर्की के हमलों और अतिक्रमण के पीछे सिर्फ और सिर्फ विस्तारवादी मक़सद है, बग़दाद का अंकारा के साथ कोई सुरक्षा या सैन्य समझौता नहीं है. तुर्की को चाहिए कि इराकी सरकार और लोगों से माफी मांगे.