चीन के कड़े तेवर, अमेरिकी राजनयिकों का दुस्साहस बर्दाश्त के बाहर चीन की उप विदेश मंत्री और चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चैनिंग ने चीन के शिनजियांग में जबरन श्रम शिविर के बारे में अमेरिकी अधिकारियों के दावों को “केवल एक बदसूरत और बेशर्म झूठ” बताया।
चीन की उप विदेश मंत्री ने एक ट्विटर संदेश में लिखा कि शिनजियांग में जिसे जबरन मजदूरी और जनसंहार कहा जा रहा है, वह सिर्फ एक बदसूरत और बेशर्म झूठ है। श्रम कानून चीन पर एक शातिर हमला है जिसका उद्देश्य उसके विकास को रोकना है।
हुआ चैनिंग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका में जबरन श्रम के बारे में कई तथ्य हैं, पिछले पांच वर्षों में बंधुआ मजदूरी के लिए 100,000 से अधिक लोगों को संयुक्त राज्य अमेरिका में तस्करी कर लाया गया है। मानवता के खिलाफ अपराध और मूल अमेरिकियों का नरसंहार सबूत के साथ निर्विवाद तथ्य हैं। कुछ अमेरिकी राजनेताओं का अहंकार और क्रूरता कल्पना से परे है, जो अमेरिकी लोगों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
रॉयटर्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार की रात, चीन के खिलाफ कांग्रेस द्वारा पारित एक बिल पर हस्ताक्षर किया और इसे कानून में बदल दिया। इस कानून के अनुसार चीन के झिंजियांग प्रांत में बने सामानों के संयुक्त राज्य अमेरिका में आयात पर प्रतिबंध लगाया गया है।
अमेरिका की यह कार्रवाई बीजिंग में शीतकालीन ओलंपिक 2022 के बहिष्कार के बढ़ते अभियान की पृष्ठभूमि से जुड़ी है। संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ पांच अन्य देशों ने पहले ही चीन में मानवाधिकारों के हनन के विरोध में ओलंपिक के राजनयिक बहिष्कार की घोषणा की है। जबकि चीन बंधुआ मजदूरी या अल्पसंख्यक समुदायों के साथ मारपीट के आरोपों से इनकार करता रहा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि चीन निस्संदेह भविष्य में दुनिया की अग्रणी आर्थिक शक्ति बन जाएगा, और संयुक्त राज्य अमेरिका को यह समझना चाहिए कि वह ऐसा होने से नहीं रोक सकता।