इज़रायल और लेबनान विवाद को समाप्त करने का समय आ गया है: डोनाल्ड ट्रंप

इज़रायल और लेबनान विवाद को समाप्त करने का समय आ गया है: डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशी और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर मध्य पूर्व के विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि इज़रायल और लेबनान के बीच जारी तनाव को समाप्त किया जाए। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रपति चुनाव में केवल तीन दिन बाकी हैं और राजनीतिक माहौल गरम है। उनके इस बयान को क्षेत्रीय शांति स्थापित करने के लिए एक गंभीर पहल के रूप में देखा जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने आरोप लगाया कि मध्य पूर्व और अमेरिका दोनों ही जगहों पर ऐसे लोग हैं जो अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं, जिससे शांति की राह में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर स्थायी समाधान लाना उनकी प्राथमिकता है, ताकि अमेरिकी हितों की रक्षा हो सके और क्षेत्रीय अस्थिरता समाप्त हो।

डेमोक्रेट्स पर तंज

अपने संबोधन के दौरान, ट्रंप ने मौजूदा बाइडेन प्रशासन और डेमोक्रेट्स पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी जनता अच्छी तरह से जानती है कि डेमोक्रेट्स क्या कर रहे हैं, और उन्होंने आरोप लगाया कि डेमोक्रेट्स केवल झूठी खबरों का सहारा ले रहे हैं। ट्रंप ने डेमोक्रेट्स की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे लोगों के हितों का ध्यान नहीं रखते हैं, बल्कि सिर्फ प्रचार-प्रसार में जुटे हुए हैं।

ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन के आर्थिक रिकॉर्ड की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेट्स की नीतियों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है और उनके कार्यकाल में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। उन्होंने वादा किया कि यदि वे सत्ता में आते हैं, तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था को एक बार फिर पटरी पर लाने के लिए ठोस कदम उठाएंगे।

महिलाओं की सुरक्षा पर विवादास्पद बयान

चुनावी अभियान के दौरान, ट्रंप का महिलाओं से संबंधित एक विवादास्पद बयान भी सामने आया, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी। ट्रंप ने खुद को महिलाओं का संरक्षक बताते हुए दावा किया कि वे उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे, चाहे महिलाएं उनसे सहमत हों या न हों। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है और वे इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।

हालांकि, उनके इस बयान को विपक्षी खेमे में तीव्र विरोध का सामना करना पड़ा। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस ने ट्रंप के बयान को आक्रामक करार दिया और कहा कि ट्रंप महिलाओं की स्वतंत्रता और उनकी बुद्धिमत्ता का सम्मान नहीं करते। हैरिस ने जोर देकर कहा कि महिलाओं को अपनी राय रखने का अधिकार है और उन्हें किसी के संरक्षण की आवश्यकता नहीं है।

कमला हैरिस ने कहा कि ट्रंप का यह रुख महिलाओं की स्वायत्तता को नकारता है और यह महिलाओं के अधिकारों के प्रति उनकी उदासीनता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और अधिकारों की बात केवल चुनावी मुद्दा नहीं होना चाहिए, बल्कि यह समाज में उनकी वास्तविक स्थिति को दर्शाने वाला एक महत्वपूर्ण पहलू है।

इस प्रकार, चुनाव से ठीक पहले ट्रंप के बयानों ने अमेरिका की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दे दिया है। उनके इस बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि मध्य पूर्व में शांति के लिए उनका नजरिया क्या है, लेकिन वहीं महिलाओं के अधिकारों पर दिए गए बयान से उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है।

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