इज़रायलियों के लिए कहीं भी,  सुरक्षित जगह नहीं: इज़रायली सुरक्षा परिषद

इज़रायलियों के लिए कहीं भी,  सुरक्षित जगह नहीं: इज़रायली सुरक्षा परिषद

यहूदी धार्मिक छुट्टियों से पहले, इज़रायल की आंतरिक सुरक्षा परिषद ने अपने नागरिकों को संभावित ख़तरों के बारे में चेतावनी जारी की है और इजरायली नागरिकों से कहा है कि, वे विदेश यात्रा के दौरान विशेष सतर्कता बरतें।

रविवार को जारी अपने बयान में इस परिषद ने कहा कि इज़रायली और यहूदी व्यक्तियों के खिलाफ लगातार ख़तरे मौजूद हैं। परिषद का दावा है कि ग़ाज़ा पट्टी में इज़रायल की अमानवीय कार्रवाइयों और वहां के निर्दोष नागरिकों के जनसंहार के कारन ये ख़तरे ईरान, हमास या अन्य समूहों की ओर से हो सकते हैं।

परिषद ने यह भी कहा कि, सिर्फ़ पिछले साल ही इजरायलियों के ख़िलाफ़ दर्जनों हमलों को नाकाम किया गया, जिनमें संगठित हमलों से लेकर छोटे स्तर के हमले तक शामिल थे। परिषद ने एक बार फिर अपने पुराने आरोप दोहराते हुए ईरान को “दुनिया भर में इज़रायलियों और यहूदियों के खिलाफ हमले का मुख्य समर्थक” बताया और दावा किया कि पिछले साल “ईरान द्वारा रची गई कई साज़िश को विफल किया गया, जिनका लक्ष्य विदेशों में इज़राइली राजनयिक मिशन, पूर्व इज़रायली अधिकारी और विभिन्न यहूदी व इज़रायली ठिकाने थे।”

बता दें कि, क़रीब दो साल से ग़ाज़ा पर लगातार जारी इज़रायली हमलों ने दुनिया भर के लोगों के बीच इस शासन के प्रति गहरी नफ़रत को जन्म दिया है। दुनिया के कई हिस्सों में लोग बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों और सोशल मीडिया पर इस शासन के खिलाफ अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर चुके हैं। यही वजह है कि इज़रायली सुरक्षा परिषद ने “यहूदी-विरोधी हिंसक घटनाओं और सोशल मीडिया पर हमलों में बढ़ोतरी” की चेतावनी दी है।

परिषद ने कहा कि 7 अक्तूबर की दूसरी बरसी नज़दीक आने से इज़रायलियों  पर हमलों की संभावना और बढ़ सकती है। इज़रायल ने चेतावनी दी है कि आईएसआईएस (ISIS), अल-कायदा और अल-शबाब जैसे गुट, ख़ासकर अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में, सक्रिय ख़तरा बने हुए हैं।

इज़रायली सुरक्षा परिषद ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि, इराक़, यमन, ईरान, सीरिया, लेबनान, सऊदी अरब, बांग्लादेश, सोमालिया, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, लीबिया, अल्जीरिया, जॉर्डन, मिस्र और तुर्की जैसे देशों की यात्रा अत्यंत ख़तरनाक है और उससे बचना चाहिए या फिर बहुत अधिक सतर्कता के साथ करनी चाहिए।

सीनाई प्रायद्वीप के लिए भी अभी “लेवल 4” अलर्ट जारी है, जो कि सबसे ऊँचा सुरक्षा स्तर है।

परिषद ने इज़रायल के नागरिकों से अपील की है कि वे सार्वजनिक तौर पर इज़रायली या यहूदी प्रतीकों का प्रदर्शन न करें, इब्रानी भाषा का खुलकर उपयोग सीमित रखें, बड़े आयोजनों में सतर्क रहें और प्रदर्शनों या दूर-दराज़ इलाक़ों में जाने से बचें। इसके अलावा, इज़रायल ने अपने नागरिकों को सोशल मीडिया इस्तेमाल करते समय भी चेतावनी दी है और कहा है कि, सुरक्षा एजेंसियों या सैन्य गतिविधियों से जुड़ा कोई भी पोस्ट उन्हें हमलों का निशाना बना सकता है।

यहूदी धार्मिक छुट्टियाँ, जिन्हें “पवित्र दिन” कहा जाता है, 22 सितंबर (31 भाद्रपद) की शाम से शुरू होकर अक्तूबर के मध्य तक चलेंगी। गौरतलब है कि 7 अक्तूबर 2023 को हमास ने “सिमखात तोरा” नामक यहूदी पर्व के दिन, जो इन छुट्टियों का समापन होता है, इजरायलियों पर हमला किया था।

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