इंडिपेंडेंट ने रिपोर्ट देते हुए कहा है कि जॉर्डन में राजद्रोह के आरोप में नज़रबंद किये गए देश के पूर्व युवराज हमजा की नज़रबंदी ने जॉर्डन की जनता के बीच नाराज़गी और ग़ुस्से को बढ़ा दिया है।
इंडिपेंडेंट ने कहा कि हालिया कुछ समय से क्षेत्र के घटनाक्रम और अशांति के बावजूद भी जॉर्डन में स्थायित्व और शांति थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
क्षेत्र में मची उथल पुथल एक बाद भी जॉर्डन एक मज़बूत किले की भांति था देश भर में जगह जगह जॉर्डन नरेश की तस्वीरें लगी थी किंग अब्दुल्लाह अरब स्प्रिंग के समय भी बहुत महारत और चतुराई से अपनी सत्त्ता बचाने में सफल रहे। उन्होंने बहुत से बदलाव किये और देश में रोज़गार के अवसर पैदा किये।
जब क्षेत्र में बेरोज़गारी दर 40% है जॉर्डन में यह आंकड़ा 25% है। किंग अब्दुल्लाह द्वारा 2005 में युवराज पद से हटाए जाने के बाद भी हम्ज़ा देश भर में बेहद लोकप्रिय हैं। उनकी नज़रबंदी ने देश भर में ग़ुस्सा और रोष बढ़ा दिया है विशेष कर इसलिए भी कि उनके साथ बंदी बनाए गए अन्य लोग भी जहां शक्तिशाली हैं वहीँ देशभर में लोकप्रिय भी हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जॉर्डन में जो कुछ भी चल रहा है उस से हालात और बिगड़ेंगे।