तालिबान ने अशरफ़ गनी के बयान का खंडन किया, किसी को मारने की योजना नही थी अफ़ग़ान नेशनल रेडियो और टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार में तालिबान के उप प्रधान मंत्री, मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने हाल के मुद्दों और विकास के बारे में बात की।
तालिबान के उप प्रधान मंत्री ने अफ़ग़ानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ़ गनी के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि तालिबान की अगस्त 2021 में काबुल पर कब्जे के बाद पूर्व राष्ट्रपति अशरफ़ गनी की हत्या करने की कोई योजना नहीं थी। मुल्ला बरादर ने कहा कि वह अफ़ग़ानिस्तान में रहने वाले अन्य पूर्व सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं और अब तक विदेशियों के लिए कोई समस्या नहीं हुई है।मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने कहा कि पिछले प्रशासन के कई अधिकारी और राजनेता अभी भी काबुल में शांतिपूर्वक रह रहे हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है।
मुल्ला बरादर ने कहा कि तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हेबतुल्लाह अखुंदजादा ने एक सामान्य माफी की घोषणा की है, जो पूर्व राष्ट्रपति सहित सभी पर लागू होती है। ग़ौरतलब है कि 15 अगस्त, 2021 को अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जे के बाद अशरफ़ गनी ने एक वीडियो क्लिप में कहा कि उन्होंने रक्तपात, काबुल के विनाश और एक और राष्ट्रपति की हत्या को रोकने के लिए अफ़ग़ानिस्तान छोड़ दिया। वह पूर्व राष्ट्रपति नजीबुल्लाह की बात कर रहे थे, जिनकी 90 के दशक के अंत में तालिबान द्वारा हत्या कर दी गई थी।
दूसरी तरफ कम से कम 9 बिलियन डॉलर के अफगान फंड को फ्रीज करने के बारे में मुल्ला बरादर ने साक्षात्कार के दौरान कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को अफ़ग़ानिस्तान के फंड को जारी करना चाहिए और अफ़ग़ानिस्तान को अन्य देशों के साथ व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने देना चाहिए। दुनिया को तालिबान को मान्यता देनी चाहिए। तालिबान की कार्यवाहक सरकार ने बार-बार अमेरिका से सहायता एजेंसियों के साथ संपत्तियों को अनफ्रीज करने का आह्वान किया है, जिसमें 22 मिलियन से अधिक अफगानों के लिए भोजन की तीव्र कमी की चेतावनी दी गई है।
बता दें कि अशरफ गनी पहले ही देश छोड़कर भाग गए हैं। वह यूएई में हैं। हाल ही में खुद यूएई की तरफ से पुष्टि की गई थी और कहा गया था कि मानवीय आधारों पर उन्हें यहां शरण दी गई है। अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के गनी के देश छोड़ने को लेकर उनकी काफी आलोचना भी हो रही है। आरोप यह भी लगे हैं कि वह अपने साथ भारी मात्रा में कैश लेकर भागे हैं। हालांकि गनी ने इन आरोपों से इनकार किया है। गनी ने अपने बचाव में कहा था कि वह काबुल के लोगों की जान बचाने और हिंसा को टालने की वजह से देश छोड़कर गए हैं।