ताजिकिस्तान और चीन ने आतंकवाद से निबटने के लिए सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर दिया बल
ताजिकिस्तान के उप विदेश मंत्री फरहाद सलीम ने दुशांबे में चीन के विदेश मामलों के विदेश मंत्रालय के विशेष प्रतिनिधि चेन गैपिन से मुलाकात की।
ताजिकिस्तान और चीन के विदेश मंत्रालय के विशेष प्रतिनिधि के बैठक के दौरान द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की गई और दोनों पक्षों ने कोरोना महामारी के नकारात्मक परिणामों को दूर करने, आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद, अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में सहयोग को मजबूत करने के लिए संयुक्त कार्रवाई करने के महत्व पर जोर दिया।
ताजिकिस्तान के अधिकारियों से बातचीत में खुलासा हुआ है कि चीन अब धीरे-धीरे मध्य एशिया के सुरक्षा मामलों में अपनी भूमिका को बढ़ाने में जुट गया है। हालांकि चीन अपनी इस छवि को काफी जटिल मानता है। चीन अब ताजिकिस्तान और तालिबान के बीच तनावपूर्ण संबंधों को सुलझाने में जुट गया है और अपने हितों की रक्षा के लिए तालिबान के साथ मिलकर काम करने के रास्ते तलाश रहा है।
मीडिया के अनुसार तालिबान ने उत्तरी अफगानिस्तान में एक ताजिक आतंकवादी समूह के साथ गठबंधन किया है जो रहमोन की सरकार को उखाड़ फेंकना चाहता है। रूस के नेतृत्व वाले क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन ने पिछले हफ्ते ताजिक-अफगान सीमा के पास अभ्यास किया था। इसको यह दिखाने के लिए डिजाइन किया गया था कि मास्को दक्षिण से घुसपैठ की स्थिति में दुशांबे की रक्षा के लिए तैयार है। चीन ताजिकिस्तान में एक प्रमुख निवेशक है और उसने कई मौकों पर एक देश को बहुत कुछ दिया है। उसने ताजिकिस्तान को एक नया संसद भवन मुफ्त में बनाकर सौंपा था।
गौरतलब है कि चीनी विदेश मंत्रालय और सुरक्षा नीति के विशेष प्रतिनिधि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार क्षेत्रीय सुरक्षा वार्ता के चौथे दौर में भाग लेने के लिए ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे पहुंचे हैं।