सीरिया में इज़रायली हमले पर आतंकी गुटों की चुप्पी
अबू मुहम्मद अल-जूलानी (अहमद अल-शरअ ), सीरिया में शासन कर रहे विद्रोहियों के कमांडर ने कहा कि सीरिया के लोग वर्षों से संघर्षों से थक चुके हैं और यह देश एक और युद्ध का सामना नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “लोग युद्ध से थक चुके हैं, इसी कारण देश एक और युद्ध के लिए तैयार नहीं है।”
अल-जूलानी ने स्काई न्यूज़ से बातचीत में कहा, “सीरिया एक और युद्ध में नहीं फंसेगा।” यह बयान उस समय आया है जब दमिश्क के आतंकी शासन, इज़रायली सेना द्वारा सीरिया के सैन्य ठिकानों और हथियारों के गोदामों पर किए गए वायु हमलों पर पूरी तरह से चुप्प है, और यहां तक कि इज़रायली मीडिया भी इस पर चौंक गया है।
इज़रायली चैनल 12 ने इस पर लिखा, “सीरिया के नए शासकों का इज़रायल के कदमों पर प्रतिक्रिया देने का तरीका हैरान करने वाला है, मौन का साम्राज्य है। उन्होंने हाल ही में इज़रायल के भारी हमलों पर एक शब्द भी नहीं कहा।” इज़रायली मीडिया ने बताया कि इज़रायली सेना इस मौजूदा स्थिति का फायदा उठाकर सीरियाई सेना के बुनियादी ढांचे, उपकरणों और हथियारों को नष्ट करने का प्रयास कर रही है।
इन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली सेना ने पिछले 48 घंटों में सीरिया के 400 ठिकानों पर बमबारी की है, जो इस शासन की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाईयों में से एक मानी जा रही है। इज़रायली सेना के रेडियो ने भी कुछ घंटे पहले यह रिपोर्ट दी कि हालिया हमलों के दौरान सीरिया की सैन्य क्षमता का 80 प्रतिशत नष्ट हो गया है।
इस इज़रायली मीडिया ने यह भी कहा कि इज़रायली सेना ने सीरिया में अपने ऑपरेशन के मुख्य चरण को समाप्त कर दिया और 350 विमान दमिश्क से लेकर तर्तूस तक स्थित ठिकानों पर हमला करने के लिए भेजे। इज़रायली शासन ने हाल ही में गोलान और सीरिया की सीमा पर स्थित एक अन्य क्षेत्र को भी कब्जा कर लिया है।