जब तक पूरा फ़िलिस्तीन आज़ाद नहीं हो जाता, प्रतिरोध जारी रहेगा: हमास
हमास ने एक बयान में कहा है कि न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित डॉ. मूसा अबू मरज़ूक़ के बयान सही नहीं हैं। यह बयान कल रात ‘क़ुद्स प्रेस’ में प्रकाशित हुआ। बयान के अनुसार, “यह इंटरव्यू कुछ दिन पहले लिया गया था, लेकिन प्रकाशित किए गए अंश हमारे जवाबों को सही तरह से पेश नहीं करते हैं। उन्हें उनके संदर्भ से बाहर निकालकर इस तरह प्रस्तुत किया गया है कि वे इंटरव्यू की असली भावना को नहीं दर्शाते हैं।”
हमास के बयान में कहा गया कि डॉ. अबू मरज़ूक़ ने इस बात पर जोर दिया कि 7 अक्टूबर का ऑपरेशन हमारे लोगों के प्रतिरोध, नाकाबंदी, क़ब्ज़े और बस्तियों के खिलाफ उनके अधिकार का प्रतीक है। बयान में यह भी कहा गया कि “इस इंटरव्यू में उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इज़रायली क़ब्ज़ाधारी युद्ध-अपराध और नरसंहार के ज़िम्मेदार हैं, जो ग़ाज़ा पट्टी में हमारे लोगों के खिलाफ हो रहे हैं। ये सभी कृत्य अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन हैं और पूरी दुनिया के लिए झटका हैं।”
हमास के अनुसार, अबू मरज़ूक़ ने इस इंटरव्यू में यह भी दोहराया कि हमास अपने स्थायी रुख पर अडिग है और जब तक पूरा फ़िलिस्तीनी इलाक़ा आज़ाद नहीं हो जाता, तब तक प्रतिरोध जारी रहेगा, जिसमें सशस्त्र प्रतिरोध भी शामिल है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि “प्रतिरोध का हथियार हमारे लोगों का है और इसका मकसद हमारे लोगों और हमारे पवित्र स्थलों की सुरक्षा है। जब तक हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा है, तब तक इसे त्यागना संभव नहीं है।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया था कि “हमास अपने हथियारों के भविष्य पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन हमास के प्रवक्ता हाज़िम क़ासिम ने अबू मरज़ूक़ के इन कथित बयानों को खारिज कर दिया और कहा, “हमास प्रतिरोध के हथियारों को एक वैध माध्यम मानता है और जब तक फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा जारी है, इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।”
हमास के एक अन्य वरिष्ठ नेता इस्माईल रिज़वान ने भी कुछ घंटे पहले कहा, “प्रतिरोध के हथियार हमारी लाल रेखा हैं और इस पर कोई बातचीत संभव नहीं है।”