ग़ाज़ा नरसंहार के लिए इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री पर आयरलैंड में प्रदर्शन
आयरलैंड में शुक्रवार को हजारों लोगों ने देश के सेंट्रल बैंक के सामने विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने सरकार पर ग़ाज़ा में इज़रायल के नरसंहार में अप्रत्यक्ष रूप से भागीदार होने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि आयरलैंड का सेंट्रल बैंक इज़रायली बॉन्ड्स को मंजूरी देकर एक गंभीर नैतिक और कानूनी गलती कर रहा है।
प्रदर्शनकारियों की मांग, नरसंहार के वित्तपोषण को बंद करो
प्रदर्शन के दौरान लोगों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर नारे लगाए, जिन पर लिखा था, “नरसंहार के वित्तपोषण को बंद करो।”प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि ग़ाज़ा में जारी हिंसा और मानवाधिकार हनन को वित्तीय समर्थन देने में आयरलैंड सरकार की भूमिका स्पष्ट है। उनका कहना है कि इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री को मंजूरी देना न केवल अनैतिक है बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का भी उल्लंघन है। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि यूरोप में इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री को तत्काल रोका जाए।
आयरलैंड और इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री का कनेक्शन
आयरलैंड, जो मई 2023 में नॉर्वे और स्पेन के साथ फिलिस्तीन को आधिकारिक रूप से मान्यता देने वाले देशों में शामिल हुआ था, वर्तमान में यूरोपीय संघ में इज़रायली बॉन्ड्स का मुख्य केंद्र है। आयरलैंड का सेंट्रल बैंक इज़रायल के वित्तीय साधनों के प्रॉस्पेक्टस को मंजूरी देने के लिए अधिकृत है। गौरतलब है कि इज़रायली बॉन्ड्स पहले ब्रिटेन में बेचे जाते थे, लेकिन ग़ाज़ा में हिंसा के विरोध में बढ़ते दबाव के कारण ब्रिटेन ने इनकी बिक्री रोक दी। इसके बाद आयरलैंड को इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री का केंद्र बना दिया गया।
राजनीतिक बयान और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन
आयरलैंड की स्वतंत्र सीनेटर एलिस मैरी हिगिंस, जो इस विरोध प्रदर्शन में सक्रिय रूप से शामिल रहीं, ने इसे एक गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि आयरलैंड का सेंट्रल बैंक इज़रायल को समर्थन देकर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। उन्होंने कहा, “आयरलैंड को इज़रायल को धन और हथियारों के हस्तांतरण में मददगार या अपराध का भागीदार नहीं बनना चाहिए।” हिगिंस ने चेतावनी दी कि इज़रायल को वित्तीय मदद जारी रखना आयरलैंड की प्रतिष्ठा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचा सकता है।
ब्रिटेन का उदाहरण और यूरोपीय दबाव
गौरतलब है कि इससे पहले ब्रिटेन में भी इज़रायली बॉन्ड्स बेचे जाते थे, लेकिन ग़ाज़ा में इज़रायल के सैन्य अभियानों के विरोध में कार्यकर्ताओं और संगठनों के दबाव के कारण ब्रिटेन ने इनकी बिक्री रोक दी। अब, आयरलैंड यूरोप में इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री का मुख्य केंद्र बन गया है।
प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री को तुरंत बंद नहीं किया, तो यह विरोध और अधिक व्यापक और तीव्र होगा। उन्होंने यूरोपीय संघ के अन्य देशों से भी अपील की है कि वे इज़रायल को वित्तीय मदद देने के सभी रास्तों को बंद करें।
आयरलैंड में यह विरोध प्रदर्शन केवल एक स्थानीय घटना नहीं है, बल्कि यह ग़ाज़ा में मानवाधिकार हनन के खिलाफ बढ़ते वैश्विक गुस्से का हिस्सा है। यह स्पष्ट है कि पूरे यूरोप की जनता में इज़रायल की नीतियों के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है। अब देखना यह है कि आयरलैंड सरकार इस विरोध को लेकर क्या कदम उठाती है और क्या यूरोपीय संघ इज़रायली बॉन्ड्स की बिक्री पर कोई व्यापक नीति अपनाएगा।


popular post
लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में इज़रायली ड्रोन के गिरने की घटना
लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र में इज़रायली ड्रोन के गिरने की घटना लेबनान के दक्षिणी क्षेत्र
संयुक्त अरब अमीरात ने इस्राईली नागरिकों को वीज़ा देना किया शुरू
कुछ दिनों पहले इस्राईल के साथ अपने संबंधों को सार्वजनिक कर कई समझौते पर हस्ताक्षर
4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस
4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस हर देश किसी न किसी तारीख़ को नौसेना दिवस मनाया
कल से शुरू होगी टी-20 सीरीज, जानिए कितने बजे खेला जाएगा मैच
भारतीय टीम फ़िलहाल अपने ऑस्टेलिया के दौरे पर है जहाँ पर अब तक एकदिवसीय सीरीज़
कुछ हफ़्तों में मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
कोरोना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक की. पीएम मोदी ने
महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में लगा तगड़ा झटका, सिर्फ एक सीट पर मिल सकी जीत
महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में तगड़ा झटका लगा है. विधान परिषद की
5वें दौर की बैठक: किसानों का दो टूक जवाब हम सरकार से चर्चा नहीं, बल्कि ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में,
कृषि कानूनों को लेकर पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठे किसानों के साथ केंद्र
रूस की नसीहत, वेस्ट बैंक में एकपक्षीय कार्रवाई से बचे इस्राईल
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने मेडिटरेनीयन डायलॉग्स बैठक को संबोधित करते हुए कहा