बिन सलमान को अपमान से बचाने के लिए लूव्र संग्रहालय पर झूट बोलने का दबाव

मोहम्मद बिन सलमान ने फ़्रांस के लूव्र संग्रहालय पर दबाव बनाया हुआ है कि वह उनके द्वारा खरीदी गयी पेंटिंग के बारे में झूठे ऐलान करे ताकि सऊदी युवराज को एक बार फिर विश्वस्तर पर अपमानित होने से बचा सके।

रिपोर्ट के अनुसार बिन सलमान को सार्वजनिक अपमान को रोकने के लिए सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान ने इस संग्रहालय पर दबाव बना रखा है। कारण है कि सऊदी युवराज विख्यात पेंटिंग नाजी साल्वाडोर को लेकर एक बार फिर अपमानित हो रहे हैं जिसे रोकने के लिए उन्होंने फ्रांस के विख्यात संग्रहालय पर दबाव बनाया है कि वह साल्वाडोर पेंटिंग की सच्चाई के बारे में झूठ बोले और यह ऐलान करें कि उपरोक्त पेंटिंग प्रसिद्ध चित्रकार लियोनार्डो द विंची द्वारा ही बनाई गई है।

फॉर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद बिन सलमान ने इस म्यूज़ियम पर दबाव बनाया हुआ है कि वह साल्वाडोर पेंटिंग को लेकर झूठ बोले। याद रहे कि मोहम्मद बिन सलमान ने 2017 में इस पेंटिंग को 450 मिलियन डॉलर देकर खरीदा था। अगले सप्ताह फ्रांस के टेलीविजन से प्रसारित होने वाली एक लंबी डाक्यूमेंट्री फिल्म में दिखाया जाएगा कि मोहम्मद बिन सलमान किस तरह म्यूज़ियम पर दबाव बना रहे हैं कि वह इस पेंटिंग की सच्चाई के बारे में झूठ बोले ताकि यह पता ना लग सके कि सऊदी युवराज ने एक नकली पेंटिंग के लिए 450 मिलियन डालर चुकाए हैं और वह फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपहास का पात्र ना बन जाए।

याद रहे कि 2017 में पेंटिंग “क्राइस्ट द रिडीमर” ने कला की दुनिया में एक नया इतिहास बनाया था। जब क्रिस्टी के नीलामी घर में लगभग 1,000 कलेक्टर, विक्रेता और कला दर्शक न्यूयॉर्क के रॉकफेलर सेंटर में एकत्रित हुए, और सऊदी युवराज ने रिकॉर्ड 450 मिलियन डॉलर में दुनिया की सबसे महंगी पेंटिंग खरीदी थी।

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