सिर्फ़ 4% इज़रायली मानते हैं कि इज़रायल ने युद्ध के लक्ष्य हासिल कर लिए

सिर्फ़ 4% इज़रायली मानते हैं कि इज़रायल ने युद्ध के लक्ष्य हासिल कर लिए

शुक्रवार को जारी एक जनमत सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है कि “दसियों हजार बेघर फ़िलिस्तीनियों के उत्तरी ग़ाज़ा लौटने के बावजूद, सिर्फ़ 4% इज़रायली यह मानते हैं कि इज़रायल ने ग़ाज़ा में अपने युद्ध के लक्ष्य पूरे कर लिए हैं।” यह सर्वेक्षण लज़ार इंस्टीट्यूट द्वारा किया गया था और इसे इज़रायली डेली मारीव में प्रकाशित किया गया। इस सर्वेक्षण के अनुसार, 517 इज़रायली उत्तरदाताओं में से सिर्फ़ 4.4% का मानना है कि इज़रायल ने ग़ाज़ा युद्ध में अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है।

जब लोगों से पूछा गया कि “क्या इज़रायल ने अपने युद्ध के लक्ष्य प्राप्त कर लिए हैं?” तो:
4% ने कहा कि “इज़रायल ने अपने सभी लक्ष्य पूरे कर लिए हैं।”
57% का कहना था कि “इज़रायल अपने युद्ध के पूरे लक्ष्य प्राप्त नहीं कर सका है।”
32% इज़रायली मानते हैं कि “इज़रायल अपने युद्ध के उद्देश्यों को हासिल करने में पूरी तरह विफल रहा है।”
7% लोगों ने कहा कि वे नहीं जानते कि इज़रायल सफल हुआ है या असफल।

शरणार्थियों की वापसी और युद्ध के अंत पर जनता की राय
उत्तरी ग़ाज़ा में फ़िलिस्तीनियों की वापसी के संदर्भ में:
31% उत्तरदाताओं का मानना है कि “यह युद्ध समाप्त होने का संकेत है।”
57% इस राय से असहमत हैं कि युद्ध समाप्त हो गया है।
12% लोगों ने कहा कि वे इस बारे में कोई स्पष्ट राय नहीं रख सकते।

सर्वेक्षण में यह भी पता चला कि:
36% इज़रायली मानते हैं कि “हमास और इज़रायल के बीच युद्ध-विराम का समझौता पूरी तरह लागू हो जाएगा।”
36% का मानना है कि “यह समझौता पूरा नहीं हो सकेगा।”
28% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे इस पर कुछ नहीं कह सकते।

इज़रायली चुनावों पर प्रभाव
सर्वेक्षण में यह भी खुलासा हुआ कि यदि इज़रायल में आज चुनाव होते, तो नेतन्याहू का दक्षिणपंथी और धार्मिक गठबंधन, इज़रायली संसद (कनेस्सेट) में केवल 49 सीटें जीत पाता, जबकि विपक्ष को 61 सीटें मिलतीं।अरब पार्टियों को 10 सीटें मिलने की संभावना होती। इज़रायली कनेस्सेट में कुल 120 सीटें होती हैं और सरकार बनाने के लिए 61 सीटों की आवश्यकता होती है। सर्वेक्षण के डेटा के मुताबिक, “इज़रायल में त्वरित चुनाव कराना मुश्किल है, क्योंकि नेतन्याहू युद्ध जारी रहने के बहाने मतदान से बचने की कोशिश कर रहे हैं।”

इससे पहले, मारीव में प्रकाशित एक अन्य सर्वेक्षण में बताया गया था कि नेतन्याहू की पार्टी केवल 51 सीटें जीत सकती है, जबकि विपक्ष को 59 सीटें मिलने की संभावना है। यह सर्वेक्षण इज़रायल और हमास के बीच युद्ध-विराम और बंदियों की रिहाई के समझौते के दो हफ्ते बाद किया गया है। क़तर और मिस्र की मध्यस्थता से ग़ाज़ा में युद्धविराम 19 जनवरी 2025 को लागू हुआ था।

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