ग़ाज़ा में बेक़सूरों और मासूमों पर इज़रायली सेना के हमलों का सिलसिला जारी
ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायल के हमले जारी हैं। जिसमें अब तक इज़रायली सेना के हमलों में शहीद हुए फिलिस्तीनियों की संख्या 12 हजार से अधिक हो गई, जिनमें 5 हजार बच्चे, 3300 महिलाएं शामिल हैं।। अस्पतालों और नागरिक इलाकों पर हमले बढ़ रहे हैं, जबकि हमास और इज़रायली बलों के बीच लड़ाई जारी है। इज़रायली सेना द्वारा रात भर घिरे ग़ाज़ा पट्टी के विभिन्न स्थानों पर किए गए हमलों में लोगों की मौत और घायल होने की खबरें आ रही हैं।
फिलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफा की खबर के मुताबिक, ग़ाज़ा पट्टी के उत्तर में स्थित जबालिया शरणार्थी शिविर में इज़रायली कब्जे वाली सेना द्वारा किए गए नरसंहार के परिणा मस्वरूप कम से कम 11 फिलिस्तीनी मारे गए और कुछ घायल हो गए। इज़रायली युद्धक विमानों और तोपखाने ने ग़ाज़ा के शेख रदाफ, तुफाह और शुजाइया इलाकों में अंधाधुंध गोलीबारी की। इज़रायली सेना द्वारा देरअल-इबला में बुरिज शरणार्थी शिविर और ग़ाज़ा पट्टी के दक्षिण में राफा शहर में विस्थापित लोगों के एक समूह को निशाना बनाए जाने के परिणाम स्वरूप मौतों और घायल होने की खबरें आ रही हैं ।
फ़िलिस्तीनी समाचार एजेंसी वफ़ा के अनुसार, जेनिन शिविर में कब्ज़ा करने वाली सेना द्वारा किए गए हमले में 3 फ़िलिस्तीनी मारे गए और 9 लोग घायल हो गए, जिनमें से 2 की हालत गंभीर है। चश्मदीदों से मिली खबरों के मुताबिक, इज़रायली सेना दर्जनों सैन्य वाहनों, बुलडोज़रों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोनों का इस्तेमाल कर देर रात से जेनिन शहर और कैंप पर छापेमारी कर रही है।
इज़रायली सेना ने शहर पर चारों ओर से हमला किया और जेनिन शरणार्थी शिविर को घेर लिया। दर्जनों सैन्य वाहनों के साथ इजरायली सैनिकों ने विभिन्न स्थानों से जेनिन शहर में प्रवेश किया और इब्ने सीना अस्पताल की नाकेबंदी कर दी। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इज़रायली सैनिकों द्वारा इब्ने सीना अस्पताल को घेरने, बंदूक की नोक पर आपातकालीन कक्ष में काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को बाहर निकालने और कई अन्य को हिरासत में लेने की तस्वीरें साझा कीं हैं।
फिलिस्तीनी दूरसंचार कंपनी ने घोषणा की कि ऊर्जा संसाधनों की कमी के कारण ग़ाज़ा पट्टी में लैंडलाइन, मोबाइल फोन और इंटरनेट संचार सेवाएं पूरी तरह से काट दी गई हैं। ग़ाज़ा पट्टी में सरकार ने घोषणा की है कि इज़रायल के घिरे शिफा अस्पताल में 7,000 से अधिक लोग, मरीज और चिकित्सा कर्मचारी, जिन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया है, पानी और भोजन की कमी के कारण मौत के खतरे में हैं।
हिज़्बुल्लाह ने सीमा पर इज़रायली सेना की चौकियों पर हमलों के बारे में एक लिखित बयान जारी किया। बयान में स्पष्ट किया गया कि मिसगांव उम्म, जिल अल-आलम, बेदा बिलिडा, यफ्ता और मितुला में सीमा पर स्थित इज़रायली सैन्य चौकियों पर हथियारों” से हमला किया गया था।