इराक़ में 100 आतंकवादियों की घुसपैठ के विरुद्ध बड़ा सैन्य ऑपरेशन शुरू
साबिरिन न्यूज चैनल ने एक इराकी सुरक्षा सूत्र के हवाले से रिपोर्ट दी है कि इराकी सुरक्षा बलों ने सीरिया से लगभग 100 आतंकवादियों के इराक में घुसने की कोशिश का मुकाबला करने के लिए एक बड़ा सैन्य ऑपरेशन शुरू किया है। इस ऑपरेशन में हशद शाबी (इराकी मिलिशिया बल), पुलिस और सेना के बल शामिल हैं। ऑपरेशन में वायु समर्थन भी दिया जा रहा है।
यह ऑपरेशन विशेष रूप से पश्चिमी अल-अनबर और नैनवा रेगिस्तानी क्षेत्रों के बीच स्थित इलाकों में चल रहा है। इराकी सुरक्षा बलों ने इस क्षेत्र में व्यापक तलाशी अभियान चलाया है, ताकि आतंकवादियों को सीरिया से इराक में घुसने से रोका जा सके। यह कदम उस महत्वपूर्ण जानकारी के बाद उठाया गया है, जिसमें बताया गया था कि आतंकवादी सीरिया के रेगिस्तान से इराक में घुसने की योजना बना रहे थे। सुरक्षा बलों के मुताबिक, यह आतंकवादी आईएसआईएस (ISIS) से जुड़े हो सकते हैं, जो अब भी सीरिया और इराक के कुछ हिस्सों में सक्रिय हैं।
इस ऑपरेशन की शुरुआत उस समय हुई है, जब सीरिया में बशार अल-असद की सरकार के पतन के बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। पिछले रविवार को सीरिया में राष्ट्रपति बशार अल-असद की सरकार का पतन हो गया था, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा में और भी अस्थिरता आ गई है। इस घटनाक्रम ने इराक की सुरक्षा चिंता को बढ़ा दिया है, खासकर सीमा के पास स्थित इलाकों में।
सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद इराक के संयुक्त ऑपरेशंस हेडक्वार्टर ने एक त्वरित प्रतिक्रिया के तहत, देश की सीमाओं के पास स्थित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों और सेना की तैनाती बढ़ा दी थी। इस कदम का उद्देश्य, विशेष रूप से, आतंकवादी समूहों जैसे आईएसआईएस के इराक में घुसपैठ को रोकना था।
इराकी सुरक्षा बलों के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सीरिया से संभावित घुसपैठ के रास्तों को ब्लॉक करने के लिए कई रणनीतियाँ अपनाई हैं। इसके अलावा, इराकी सेना की एयरफोर्स भी ऑपरेशन में भाग ले रही है, ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ को सख्ती से रोका जा सके।
इस ऑपरेशन के दौरान, इराकी बलों ने कई संदिग्ध क्षेत्रों में तलाशी ली और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की। वहीं, सुरक्षा बलों ने अपने नागरिकों से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें, ताकि किसी भी आतंकवादी खतरे को समय रहते नष्ट किया जा सके।
इराक में ISIS की वापसी की संभावना के मद्देनजर, सुरक्षा बलों ने पहले ही कई बार चेतावनी दी थी कि सीमा पर सुरक्षा सख्त करनी होगी। अब, जब सीरिया में असद सरकार का पतन हुआ है, इराकी सुरक्षा बलों को और भी ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इराक के रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “हमारे पास इस समय क्षेत्र में सख्त निगरानी और कड़ी सुरक्षा मौजूद है। हम किसी भी तरह की घुसपैठ को नाकाम करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
इसी बीच, इराकी प्रधानमंत्री ने भी इस ऑपरेशन का समर्थन करते हुए, सुरक्षा बलों को सभी जरूरी संसाधन और सहारा देने का वादा किया है। उन्होंने कहा, “हमारे सुरक्षा बलों का कर्तव्य है कि वे किसी भी प्रकार के आतंकवादी हमले को नाकाम करें और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।” इराक और सीरिया की सीमा पर सुरक्षा स्थिति पहले ही बहुत संवेदनशील हो चुकी है, और इस समय आईएसआईएस जैसे आतंकवादी समूहों के लिए इस क्षेत्र में घुसने के कई अवसर हो सकते हैं। ऐसे में इराक की सुरक्षा को बढ़ाना और सीमाओं को मजबूत करना जरूरी हो गया है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार के हमलों को रोका जा सके।


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