यूएई में इज़रायली रब्बी की हत्या पर यहूदी-विरोधी आतंकवाद का आरोप
यूएई में लापता इज़रायली रब्बी ज़वी कोगन का शव बरामद कर लिया गया है। इस घटना ने इज़रायल और यूएई के सुरक्षा संबंधों को गंभीर चुनौती दी है। ज़वी कोगन, जो एक प्रभावशाली धार्मिक नेता और यहूदी बस्तियों के समर्थक थे, पिछले सप्ताह से लापता थे। आज उनके शव की पहचान होने के बाद इज़रायली अधिकारियों और यूएई की सुरक्षा एजेंसियों ने इसे गंभीर मामला बताया है।
इज़रायली मीडिया चैनल 12 के अनुसार, ज़वी कोगन को आखिरी बार बुधवार को देखा गया था। इसके बाद उनके लापता होने की खबर सामने आई। इज़रायली खुफिया एजेंसी मोसाद और यूएई की सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत जांच शुरू की। शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया है कि कोगन की हत्या एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हो सकती है।
इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कोगन की मौत की पुष्टि करते हुए इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हत्या का उद्देश्य क्या था? और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है?
इज़रायल के विपक्ष के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री यायर लापिड ने इस घटना को “यहूदी-विरोधी आतंकवादी घटना” करार दिया। उन्होंने इज़रायल और यूएई के बीच सहयोग बढ़ाने और अपराधियों को सजा दिलाने का वादा किया। लापिड ने यूएई के विदेश मंत्री से संपर्क कर जांच में सहायता करने का अनुरोध किया। लापिड ने अपने बयान में कहा, “ज़वी कोगन की मौत एक त्रासदी है। हम यूएई के साथ मिलकर इस हत्या की गहराई से जांच करेंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे।”
यूएई की भूमिका और जांच
यूएई, जो हाल ही में इज़रायल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले अरब देशों में शामिल हुआ है, इस घटना को गंभीरता से ले रहा है। यूएई के सुरक्षा बलों ने हत्या के हर पहलू की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। वहीं, इज़रायली खुफिया एजेंसी मोसाद भी मामले में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटना, अरब-इज़रायल संबंधों में बढ़ते तनाव को दर्शाती है। इस घटना को यूएई के नागरिकों की ग़ाज़ा पट्टी पर इज़रायली हमलों की नाराज़गी के रूप में भी देखा जा रहा है। ज़वी कोगन की हत्या ने न केवल यूएई में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, बल्कि इज़रायल और यूएई के बीच हालिया समझौतों और सहयोग पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।