गोलान हाइट्स में रूसी और सीरियाई लड़ाकू विमानों की संयुक्त गश्त

गोलान हाइट्स में रूसी और सीरियाई लड़ाकू विमानों की संयुक्त गश्त रूसी अधिकारियों ने आज सोमवार को सीरिया के साथ उसकी सीमाओं पर संयुक्त गश्त की घोषणा की। रूसी और सीरियाई लड़ाकू विमानों की संयुक्त गश्ती ने सुर्खियां बटोर रहा है क्योंकि अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सीरिया पर कब्जा कर रखा है।

रॉयटर्स के अनुसार रूस में मीडिया सूत्रों ने सीरिया में देश के अभ्यास के बारे में रूसी रक्षा मंत्रालय के स्पष्टीकरण की सूचना दी। इंटरफैक्स समाचार एजेंसी के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि रूसी और सीरियाई लड़ाकू विमानों ने संयुक्त रूप से सीरियाई हवाई क्षेत्र में गश्त की।

रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि मास्को और दमिश्क नियमित आधार पर संयुक्त गश्त करने का इरादा रखते हैं। रॉयटर्स ने संयुक्त गश्त पर रिपोर्ट करते हुए बताया कि रूसी-सीरियाई लड़ाकू विमानों के मार्ग में अतिगृहित गोलन हाइट्स भी शामिल हैं।

जनवरी की शुरुआत में इस्राईल के कैबिनेट ने अतिगृहित गोलान में इस्राईली शहर मिफू शमा में अपनी साप्ताहिक बैठक आयोजित की। इस बैठक में कब्जे वाले गोलान में बड़े शहरी विकास योजना की स्वीकृति की समीक्षा की गयी। सीरियाई विदेश मंत्रालय ने अतिगृहित गोलान में इस्राईल की उत्तेजक कार्रवाइयों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस्राईल की ये कार्रवाइयाँ खतरनाक, अभूतपूर्व तनाव और जानबूझकर आक्रमण हैं जो युद्ध अपराधों की सीमा तक पहुँचते हैं।

गोलान हाइट्स दक्षिणी-पश्चिमी सीरिया में स्थित एक पहाड़ी इलाका है। ये इलाका राजनीतिक और रणनीतिक रूप से खासा अहम है। इस्राईल ने 1967 में सीरिया के साथ छह दिन के युद्ध के बाद गोलान हाइट्स पर कब्ज़ा कर लिया था। उस वक्त इलाके में रहने वाले ज्यादातर सीरियाई अरब लोग अपना-अपना घर छोड़कर चले गए थे।

सीरिया ने 1973 में हुए मध्य पूर्व युद्ध के दौरान गोलान हाइट्स को दोबारा हासिल करने की कोशिश की। लेकिन युद्ध में इस्राईल को भारी नुकसान पहुंचाने के बावजूद सीरिया ऐसा करने में नाकाम रहा। 1974 में दोनों देशों ने इलाके में युद्ध विराम लागू कर दिया। संयुक्त राष्ट्र की सेना 1974 से युद्धविराम रेखा पर तैनात है। 1981 में इस्राईल ने गोलान हाइट्स को अपने क्षेत्र में मिलाने की एकतरफा घोषणा कर दी. लेकिन इस्राईल के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता नहीं दी गई।

गोलान हाइट्स पर यहूदियों की 30 से ज्यादा बस्तियां हैं  जिनमें क़रीब 20,000 लोग रहते हैं। इलाके में 20,000 सीरियाई लोग भी रहते हैं। गोलान हाइट्स से इस्राईल को ये फायदा मिलता है कि वो यहां से सीरिया की गतिविधियों पर बराबर नज़र रख सकता है। ये पहाड़ी इलाका सीरिया से इस्राईल की सुरक्षा के लिए ढाल का काम भी करता है।

 

 

popular post

बिहार चुनाव नतीजों के रुझानों ‌में एनडीए को बहुमत, महागठबंधन पीछे 

बिहार चुनाव नतीजों के रुझानों ‌में एनडीए को बहुमत, महागठबंधन पीछे  बिहार चुनाव के शुरुआती

संयुक्त अरब अमीरात ने इस्राईली नागरिकों को वीज़ा देना किया शुरू

कुछ दिनों पहले इस्राईल के साथ अपने संबंधों को सार्वजनिक कर कई समझौते पर हस्ताक्षर

4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस

4 दिसंबर भारतीय नौसेना दिवस हर देश किसी न किसी तारीख़ को नौसेना दिवस मनाया

कल से शुरू होगी टी-20 सीरीज, जानिए कितने बजे खेला जाएगा मैच

भारतीय टीम फ़िलहाल अपने ऑस्टेलिया के दौरे पर है जहाँ पर अब तक एकदिवसीय सीरीज़

कुछ हफ़्तों में मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

कोरोना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक की. पीएम मोदी ने

महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में लगा तगड़ा झटका, सिर्फ एक सीट पर मिल सकी जीत

महाराष्ट्र में बीजेपी को विधान परिषद चुनाव में तगड़ा झटका लगा है. विधान परिषद की

5वें दौर की बैठक: किसानों का दो टूक जवाब हम सरकार से चर्चा नहीं, बल्कि ठोस जवाब चाहते हैं वो भी लिखित में,

कृषि कानूनों को लेकर पिछले 9 दिनों से धरने पर बैठे किसानों के साथ केंद्र

रूस की नसीहत, वेस्ट बैंक में एकपक्षीय कार्रवाई से बचे इस्राईल

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने मेडिटरेनीयन डायलॉग्स बैठक को संबोधित करते हुए कहा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *