यूएस में गाजा युद्ध रोकने के लिए यहूदियों का प्रदर्शन
गज्जा में अस्पताल पर इजरायल द्वारा बमबारी किए जाने और 500 से ज्यादा की मौत के बाद पूरी दुनिया में विरोध प्रदर्शन हो रहा है।इसी कड़ी में इजराइल के युद्ध का विरोध करने और तत्काल युद्धविराम की मांग करने के दौरान दो दर्जन रब्बियों सहित 500 अमेरिकी यहूदियों को यूएस कैपिटल वॉशिंगटन में गिरफ्तार कर लिया गया।
यहूदी वॉयस नामक संगठन के लोग हाथों में बैनर, पोस्टर लेकर युद्ध के खिलाफ काफी देर तक प्रदर्शन किया। जब ये लोग निर्धारित जगह से आगे बढ़े तो इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यहूदी वॉयस ने आरोप लगाया कि कैपिटॉल पुलिस ने उनके बैनर पोस्टर फाड़ दिए। इन पर अंग्रेजी के अलावा हिब्रू में अभी युद्धविराम लिखा था।
प्रदर्शनकारियों ने मैचिंग शर्ट पहनी हुई थी, जिन पर लिखा था “हमारे नहीं” यानी जो गजा में हमले कर रहे हैं वो हमारे यहूदी नहीं हैं। इस ग्रुप ने नारेबाजी भी की अब युद्धविराम करो”। इन लोगों ने शोफर बजाया और हिब्रू प्रार्थनाएं भी कीं।
इजरायल का रब्बी समुदाय जहां-जहां भी है, वो गज्जा में हमलों के खिलाफ है। यहूदी वॉयस ने कहा, “हमारे जीवनकाल में ऐसा कोई क्षण नहीं आया जब हमारे यहूदी समुदाय को उठना, बोलना, अपना दुख, भय, दर्द और आक्रोश इस बार इतना जरूरी महसूस हुआ हो।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक युद्धविराम की वकालत करने वाले प्रदर्शनकारियों ने पहले व्यवधान पैदा करने की कोशिश की। उसके बाद कैपिटल कॉम्प्लेक्स तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई। विभिन्न समूहों से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने “अब युद्धविराम” के नारे लगाए, जिनमें यहूदी संगठनों के सदस्य भी शामिल थे, जिन्होंने “युद्धविराम” और “यहूदी कहते हैं, अब युद्धविराम” लिखी तख्तियां ले रखी थीं।
दरअसल, मंगलवार को गजा के अस्पताल पर हमले के बाद इजरायल के खिलाफ पूरी दुनिया में गुस्सा बढ़ रहा है। ऐसे में रब्बियों ने खुद को इजरायल सरकार की विचारधारा से अलग दिखाने की कोशिश की है। यूएस कैपिटल पुलिस (यूएससीपी) ने कहा कि सरकारी भवनों और संसद के अंदर प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। दोपहर तक यूएससीपी ने प्रदर्शनकारियों को इमारत से हटाने के लिए काम किया, जिसके कारण कई गिरफ्तारियां हुईं।
बड़े पैमाने पर ऐसे प्रदर्शन इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस के बाहर हुए। उसमें भी दर्जनों गिरफ्तारियां हुईं। प्रदर्शनकारी 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से हजारों इजराइली और फिलिस्तीनी लोगों की जान जाने पर सामूहिक रूप से शोक मना रहे हैं।
इसी तरह के प्रदर्शन बुधवार को दुनिया के कई हिस्सों में देखे गए। हजारों लोगों ने जगह-जगह रैली निकाली। संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने हमले के पीछे इज़राइल का हाथ होने की आलोचना की। इराक में एक दिन का शोक घोषित किया गया। वहां यूएस एम्बैसी पर प्रदर्शन हुआ। ईरान में भी एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित हुआ। जॉर्डन में तीन दिन का शोक घोषित किया गया। कुछ जगहों पर प्रदर्शनों का सिलसिला गुरुवार को भी जारी है


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