इज़रायल जल्द ही उत्तरी ग़ाज़ा से पीछे हटेगा: अबू उबैदा
हमास की सैन्य शाखा, क़तायब शहीद इज़्ज़ुद्दीन अल-क़स्साम के प्रवक्ता अबू उबैदा ने आज एक बयान जारी करते हुए कहा कि इज़रायल की सेना ने उत्तरी ग़ाज़ा पट्टी में पिछले एक साल से भी अधिक समय तक विनाश और नरसंहार की कोशिशें की हैं। बावजूद इसके, हमास के मुजाहिदीन ने दुश्मन सेना को गंभीर चोटें पहुँचाई हैं और उनकी योजनाओं को बार-बार विफल किया है।
अबू उबैदा ने बताया कि बीते 72 घंटों में 10 से अधिक इज़रायली सैनिक मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं। यह इज़रायली सेना की कमजोरी और उनके युद्ध अभियानों की विफलता को दर्शाता है। उन्होंने दावा किया कि इज़रायली अपनी हताशा और हार छिपाने के लिए तैनाती और हताहतों की संख्या को कम करके बता रहा है, जबकि हकीकत इससे कहीं अधिक गंभीर है।
प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि इज़रायल की “पराजित” सेना, उत्तरी ग़ाज़ा में हार का सामना कर रही है और उसे वहां से मजबूरन पीछे हटना पड़ेगा। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इज़रायल प्रतिरोध को तोड़ने में असफल रहा है और अंततः उसे शर्मनाक स्थिति में पीछे हटना होगा।
इज़रायली सेना की उपलब्धि निर्दोष नागरिकों की हत्या, घरों की तबाही तक सीमित रही
अबू उबैदा ने इज़रायली सेना पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस सेना की एकमात्र उपलब्धि निर्दोष नागरिकों की हत्या, घरों की तबाही और पूरे इलाकों को खंडहर में बदलने तक सीमित रही है। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष सिर्फ़ ग़ाज़ा के लिए नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र में अन्याय और अत्याचार के खिलाफ़ खड़े होने वाले प्रतिरोध का प्रतीक है।
प्रवक्ता ने ग़ाज़ा के लोगों की साहस और संघर्ष को सलाम करते हुए कहा कि प्रतिरोध तब तक जारी रहेगा जब तक कि इज़रायल पूरी तरह से ग़ाज़ा से पीछे नहीं हट जाता और वहां शांति बहाल नहीं हो जाती। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि इज़रायल की हार निश्चित है और यह सिर्फ़ समय का सवाल है।