अरबईन बिलियन मार्च के लिए जी जान से जुटे इराक और ईरान
इमाम हुसैन के चेहलुम के लिए दुनिया भर से कर्बला आने वाले ज़ाएरीन के लिए इराक और ईरान मिलकर तैयारी कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के बाद दो साले बाद इतने बड़े पैमाने पर हो रहे अरबईन के लिए इराक और ईरान ने अभी से कमर कस ली है. इराक के साथ ईरान में भी बड़े पैमाने पर अभी से अरबईन की तैयारी शुरू हो गई है.
ज़ाएरीन की आसानी और उन्हें सहूलतें पहुँचाने के लिए अरबईन कमेटी की बैठकों का दौर जारी है. अरबईने इमाम हुसैन सेंट्रल कमेटी के प्रमुख मजीद मीर अहमदी ने कहा कि हम इमाम हुसैन के चेहलुम के लिए आने वाले ज़ाएरीन की सहूलत के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि ज़ाएरीन के लिए सभी बॉर्डर खोल दिए गए हैं. इमिग्रेशन और ज़ाएरीन के पासपोर्ट कंट्रोल करने के लिए ऑफिसर्स की तादाद बढ़ाई गई है. ख़ुसरवी बॉर्डर के अलावा ईरान इराक बॉर्डर 24 घंटे ज़ाएरीन के लिए खुले रहेंगे.
हर साल ईरान-इराक भाईचारे की तस्वीर पेश करने वाले इस महान प्रोग्राम के लिए ईरान की सारी तैयारियां इराक के साजो-सामान और उसकी तैयारियों को नज़र में रखते हुए की जा रही हैं. दोनों देशों के अधिकारी अरबईन की तैयारियों को लेकर आपसी तालमेल पर ज़ोर दे रहे हैं.
कर्बला के गवर्नर नसीफ जासिम खिताबी ने कहा कि हमने इमाम हुसैन के अरबईन के लिए बहुत पहले से तैयारियां शुरू कर दी हैं. प्रधानमंत्री ऑफिस और सरकारी सिस्टम के साथ बेहतरीन तालमेल है. कर्बला के लोग सरकारी सिस्टम की देखरेख और इमाम हुसैन और हज़रत अब्बास के रौज़ों की प्रबंधक समिति की देखरेख में ज़ाएरीन की खिदमत के लिए पूरी तरह तैयार हैं.