यरुशलम : द जेविश क्रॉनिकल द्वारा रायटर्स को दी गई रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल की खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा नवंबर माह में तेहरान के पास ईरान के परमाणु वैज्ञानिक की हत्या एक टन स्वचलित बन्दूक से की गई थी।
ब्रिटिश वीकली ने बताया कि इस्राईली और ईरानी नागरिकों सहित 20 सदस्यों की एक टीम ने आठ महीने की निगरानी के बाद ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फख्रिजादेह पर हमला किया।
ईरानी मीडिया ने बताया कि मोहसिन फख्रिजादेह पर उनकी कार में हमला किया गया जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हुई, उनकी मौत के बाद ईरान ने इस्राईल पर उंगली उठाई।
एक ट्विटर पोस्ट में ईरान के विदेश मंत्री जावेद ज़रीफ ने लिखा कि इसमें इस्राईल की गम्भीर भूमिका है।
आपको बता दें कि पश्चिमी देशों को 59 वर्षीय फख्रिजादेह पर काफी लंबे समय से परमाणु बम कार्यक्रम का मास्टरमाइंड होने का संदेह था।इसके अलावा पश्चिमी और इस्राईली खुफिया एजेंसियों द्वारा इनको 2003 में हुए गुप्त परमाणु बम कार्यक्रम का नेता भी कहा जाता रहा है। याद रहे कि ईरान लंबे समय से परमाणु हथियार बनाने से इंकार कर रहा है।
जेविश क्रॉनिकल की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने ये माना है कि फख्रिजादेह की मौत की भरपाई होने में लगभग छह साल का समय लग जाएगा, उनकी मौत ने ईरान के लिए बम हासिल करने के वक्त को साढ़े तीन महीने से दो साल तक बढ़ा दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि इस हमले को अकेले इस्राईल द्वारा ही अंजाम दिया गया और इसमें अमेरिका की भागीदारी नहीं थी। लेकिन अमेरिका को इस विषय में पहले नोटिस ज़रूर दिया गया था।