ईरान की अमेरिका को स्विट्जरलैंड दूतावास के माध्यम से चेतावनी
बुधवार सुबह (11 अक्टूबर) को ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराक़ची ने टेलीविज़न साक्षात्कार में मंगलवार रात को ईरान की सशस्त्र सेनाओं द्वारा कब्जे वाली भूमि पर किए गए दंडात्मक मिसाइल हमले पर जोर देते हुए कहा कि, अगर ज़ायोनी शासन (इज़रायल) या इसके समर्थकों द्वारा कोई नई कार्रवाई की जाती है, तो इसका ईरान इस्लामी गणराज्य द्वारा और भी सख्त जवाब दिया जाएगा। यह वह चेतावनी है जिसे हमने कल रात अपनी फोन बातचीत और आधिकारिक बयान के माध्यम से सभी पक्षों को दे दी है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या यह कहा गया है कि ईरान ने हमले से पहले अमेरिका को सूचित किया था? तो उन्होंने कहा, “नहीं, मैं इसकी पुष्टि नहीं करता। पहला, संदेशों का आदान-प्रदान समन्वय का मतलब नहीं है। कोई संदेश आदान-प्रदान नहीं हुआ, लेकिन तार्किक रूप से, हमले के बाद हमें अपनी चेतावनी सभी पक्षों, विशेष रूप से अमेरिकियों को देनी पड़ी, और यह काम किया गया।”
क्षेत्र में स्थिरता की संभावना
विदेश मंत्री ने कहा, “मैंने जिस चेतावनी का ज़िक्र किया, वह कल रात स्विट्जरलैंड दूतावास को सही और सटीक रूप से दी गई थी ताकि वे इसे अमेरिकियों तक पहुंचा सकें। इसका मुख्य बिंदु यह था कि यह हमारा रक्षात्मक कदम था, जिसे हमने चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत किया है। यह हमारा रक्षात्मक अधिकार था, और हमारा ऑपरेशन पूरा हो गया है। हम इसे जारी रखने का इरादा नहीं रखते हैं, जब तक कि सामने वाले पक्ष इसका जवाब न दें।”
अराक़ची ने आगे कहा: “यह चेतावनी अमेरिकी सेनाओं को भी दी गई थी कि वे खुद को दूर रखें और हस्तक्षेप न करें, अन्यथा उन्हें हमारे कड़े जवाब का सामना करना पड़ेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि जनरल बाकरी ने कहा है कि अगर इज़रायल जवाब देगा, तो हमारा जवाब और भी सख्त होगा, और हम उनके आर्थिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कल रात केवल इस शासन के सैन्य और सुरक्षा ठिकानों पर हमला किया गया था, और कभी भी आवासीय क्षेत्रों पर हमला नहीं किया गया।
इसके विपरीत, इज़रायली हमेशा आवासीय क्षेत्रों और निहत्थे लोगों को निशाना बनाते हैं, लेकिन हम इस क्षेत्र में नहीं गए और केवल सैन्य ठिकानों पर हमला किया।” विदेश मंत्री ने अंत में कहा, मुझे लगता है कि आने वाले दिनों में क्षेत्र में किसी प्रकार की स्थिरता लौटने की संभावना है।”