शंघाई सहयोग संगठन का सदस्य बनेगा ईरान, बेलारूस भी तैयार
शंघाई सहयोग संगठन का 2017 के बाद पहली बार फिर से विस्तार होने जा रहा है इस बार इस स्नागतं में शक्तिशाली देश ईरान सदस्य के रूप में शामिल हो रहा है.
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में 2017 में भारत और पाकिस्तान शामिल किया गया था जिसके बाद संगठन का यह पहला विस्तार है. इस संगठन का मुख्यालय बीजिंग (Beijing) में स्थित है और यह आठ सदस्यीय सुरक्षा समूह है जिसमें भारत और पाकिस्तान के साथ चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजीकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल है.
बता दें कि पिछले साल दुशांबे में हुई संगठन की बैठक में ही ईरान को इस संगठन का हिस्सा बनाने पर मोहर लग गई थी. 15-16 सितंबर के बीच उज्बेकिस्तान के समरकंद में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन से पहले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के महासचिव झांग मिंग ने कहा कि ईरान को शामिल करने का निर्णय गत वर्ष दुशांबे में आयोजित हुए सम्मेलन में कर लिया गया था. शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के महासचिव झांग मिंग ने कहा कि ईरान को संगठन के नौवें सदस्य के रूप में जोड़ा जाएगा, जबकि बेलारूस (Belarus) ने इसकी सदस्यता के लिए आवेदन किया है.
झांग ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ईरान संगठन का पूर्णकालिक सदस्य होगा. एससीओ के सदस्य देश, नए सदस्य के शामिल होने पर निर्णय लेने के लिए आम सहमति की व्यवस्था को अपनाते हैं और इसी के तहत बेलारूस के आवेदन पर विचार किया जाएगा.
बता दें कि कोविड-19 महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में डिजिटल माध्यम से एससीओ सम्मेलन का आयोजन किया गया था. झांग के अनुसार अभी तक सभी प्रतिभागी देशों ने अपने नेताओं की उपस्थिति की पुष्टि की है लेकिन वह किस रूप में होगी यह तय नहीं है.
चीन के राष्ट्रपति के समरक़ंद जाने के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तय नहीं कि यह सम्मलेन किस रूप में होगा. प्रतिभागी देशों ने अपने नेताओं की उपस्थिति की पुष्टि की है. बता दें कि कोरोना महामारी फैलने के बाद से शी ने चीन के बाहर यात्रा नहीं की है.