ईरान ने भरी हुंकार, सीरिया में मारे गए जवानों का बदला अभी बाक़ी
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईरान ने इराक के कुर्दिस्तान प्रांत के अरबील में इस्राईल की कुख्यात खुफिया एजेंसी मोसाद के ठिकानों पर जमकर मिसाइल बरसाए। कहा जा रहा है कि ईरान की तरफ से इस्राईल की कुख्यात खुफिया एजेंसी के ठिकाने पर किये गए यह मिसाइल हमले इस्राईल के उस सैन्य अभियान का हिस्सा था जो इस्राईल ने सीरिया में ईरानी सैन्य सलाहकारों के खिलाफ चलाया था।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल ने यह कार्यवाही इराक के कुर्दिस्तान प्रांत के अपने इसी ठिकाने से संचालित की थी। ईरान की मेहर न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विश्वस्त सूत्रों ने अल मयादीन के साथ बातचीत करते हुए कहा है कि अरबील में मोसाद के ठिकानों पर हुए इन हमलों का सीरिया में पवित्र स्थल की सुरक्षा में मारे गए दो ईरानी जवानों की मौत से कोई लेना देना नहीं है।
नाम गुप्त रखने की शर्त पर ईरान के इस वरिष्ठ अधिकारी ने अल मयादीन न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा कि अभी हमने सीरिया में निशाना बनाए गए अपने जवानों का इंतकाम नहीं लिया है और यह हमला सीरिया में मारे गए आईआरसीसी बल के 2 जवानों की मौत से कोई संबंध नहीं रखता है।
सूत्रों के अनुसार इन मिसाइल हमलों में इस्राईल की कुख्यात खुफिया एजेंसी के अड्डों को निशाना बनाया गया है जिसमें इस्राईल के कई एजेंट मारे गए हैं तथा कई के घायल होने की खबर है। बताया जा रहा है कि इन हमलों में इराक सरकार या कुर्दिस्तान में अमेरिका के किसी सेंटर को निशाना नहीं बनाया गया है, ना ही किसी गैर सैनिक को इन हमलों से कोई नुकसान पहुंचा है।
ईरान के इस वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीरिया में आईआरसीसी बल के 2 जवानों की मौत का बदला ईरान उचित समय पर लेगा। यह हमला पश्चिमी जगत के कुछ पक्षों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संदेश रखता है जो नित नए बहानों से ईरान की सुरक्षा के लिए चुनौतियां खड़ी करते रहते हैं। ईरान के विश्वस्त सूत्रों ने कहा है कि हम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर किसी से भी कोई बातचीत या समझौता करने के लिए तैयार नहीं है।