ईरान इस्राईल के लिए सबसे बड़ी चुनौती, तल अवीव में मुक़ाबले का दम नहीं
आईएनएसएस ने इस्राईली राष्ट्रपति इसहाक़ हरज़ोग को अपनी वार्षिक रिपोर्ट देते हुए कहा कि तल अवीव अकेले ईरान का सामना नहीं कर सकता। समाचार पत्र अल-अरबी अल-जदीद की रिपोर्ट के अनुसार आईएनएसएस ने अपनी रिपोर्ट में ज़ोर देकर कहा है कि ईरान, इस्राईल के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और इस्राईल, ईरान के परमाणु कार्यक्रम में प्रगति के मामले में अकेले तेहरान का मुकाबला नहीं कर सकता।
इसी प्रकार आईएनएसएस की रिपोर्ट में आया है कि इस्राईल को अमेरिका के साथ अपने संबंधों और सहकारिता को मज़बूत करने की ज़रूरत है, ईरान के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले देशों में सहमति बने या न बने। आईएनएसएस ने अपनी रिपोर्ट में चेतावनी दी कि ईरान क्षेत्र में अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए है और हिज़्बुल्लाह और दूसरे गुटों के वह मिसाइल, राकेट और ड्रोन इस्राईल की सुरक्षा के लिए खतरा हैं जो अवैध अधिकृत फिलिस्तीनी क्षेत्रों तक पहुंच सकते हैं।
एक्सपर्ट का मानना है कि इस्राईली अधिकारियों को बहुत अच्छी तरह पता है कि उनके अंदर ईरान का मुकाबला करने की ताक़त नहीं है और अगर उनके अंदर ईरान का मुकाबला करने की ताक़त होती तो वह बहुत पहले ईरान पर हमला कर चुके होते परंतु उनके अंदर ईरान पर हमला करने की हिम्मत नहीं है क्योंकि वह ईरान के करारे जवाब और उसके अंजाम से भली-भांति अवगत हैं और उन्हें पता है कि ईरान से टकराने का मतलब अपनी तबाही को दावत देना है।
इस्राईल के अधिकारी ईरान को खोखली धमकी देने में ही अपनी भलाई और अक़्लमंदी समझते हैं और अमेरिका सहित दूसरे देशों के आगे गिड़गिड़ाते हैं कि ईरान पर अधिक से अधिक प्रतिबंध लगाए और दबाव डाला जाए।