ईरान ने जासूसी के आरोप में 11 लोगों को बंदी बनाया विदेशी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप में ईरान ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
ईरान ने देश के दक्षिणी प्रांत बुशहर में 10 लोगों को विदेशी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप में बंदी बनाया है। ईरान की अधिकारिक न्यूज़ एजेंसी आईआरएनए {इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज़ एजेंसी} ने खबर देते हुए कहा है कि देश के खुफिया बलों ने अत्याधुनिक तरीके एवं निरंतर निगरानी के बाद बुशहर प्रांत में 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जो विदेशी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी कर रहे थे।
हालांकि आईआरएनए ने उन देशों के नाम नहीं बताए हैं जिनसे इन संदिग्ध बंदियों का संबंध बताया जा रहा है। ईरानी न्यूज़ एजेंसी ने शत्रु देश इस्राईल और अमेरिका की ओर संकेत करते हुए कहा कि बंदी बनाए गए लोगों ने अमेरिका और इस्राईल के सहयोगी क्षेत्रीय देशों के लिए काम किया है।
वह क्षेत्रीय देश जिन की खुफिया एजेंसियां शत्रु देशों के साथ सहयोग करती हैं या पर्दे के पीछे उनके लिए काम करती हैं। बंदी बनाए गए लोग भी इन्हीं देशों के लिए काम कर रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार दसों लोग इन क्षेत्रीय देशों में ईरानी प्रवासी की तरह रहते हैं।
याद रहे कि इससे पहले भी ईरान के दक्षिणी पश्चिमी प्रांत में पानी के संकट को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन के बीच इस्राईल की खुफिया एजेंसी मोसाद से जुड़े एक समूह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। मई 2019 में भी ईरानी न्यूज़ एजेंसी ने खबर देते हुए कहा था कि ईरानी सुरक्षा बलों ने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के लिए देश के परमाणु एवं सैन्य स्थलों की जासूसी करने वाले 17 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनमें से कुछ को मौत की सजा सुनाई गई थी।