हिज़्बुल्लाह नेअरबों डॉलर की इज़रायली परियोजनाओं को नष्ट किया: इज़रायल
इज़राइली मीडिया ने मंगलवार तड़के उस नुकसान का खुलासा किया है, जो हिज़्बुल्लाह के हमलों के कारण इज़राइल को हुआ। ये हमले सैन्य सेंसरशिप के तहत रहे और इज़राइली बस्तीवासियों से छुपाए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, हिज़्बुल्लाह के ड्रोन हमलों ने इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की एक गुप्त अरबों डॉलर की परियोजना को कुछ ही मिनटों में नष्ट कर दिया। यह परियोजना “तल शमायम” के नाम से जानी जाती थी, जो एक महत्वपूर्ण और अत्यधिक गोपनीय परियोजना थी।
हिज़बुल्लाह के ड्रोन हमले ने क्या किया?
“अल-मयादीन” नेटवर्क के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि हिज़्बुल्लाह के ड्रोन हमलों ने इज़राइली सैन्य संरचनाओं को गहरा नुकसान पहुँचाया। रिपोर्ट के मुताबिक, “तल शमायम” परियोजना को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। यह परियोजना इज़रायली रक्षा मंत्रालय के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण थी और इसमें अरबों डॉलर का निवेश किया गया था।
साथ ही, हिज़्बुल्लाह ने इज़रायली सैन्य बस्तियों में स्थित विशेष सुरक्षा उपकरणों को भी नष्ट कर दिया। इन उपकरणों में मिसाइल चेतावनी प्रणालियाँ और ड्रोन सिस्टम शामिल थे, जिनका उद्देश्य इज़रायल की रक्षा करना था। यह हमला न केवल इज़रायली सैन्य प्रतिष्ठानों के लिए भारी झटका था, बल्कि इसे इज़रायली सरकार के लिए भी एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।
इज़रायली सेना की प्रतिक्रिया और तैयारियाँ
इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि इज़रायली सेना ने हिज़्बुल्लाह के हमले के बाद सभी बस्ती क्षेत्रों को खाली कर दिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि हिज़्बुल्लाह ने उन क्षेत्रों में भूमिगत विस्फोटक उपकरण लगाने की चेतावनी दी थी। इज़रायली सैन्य अधिकारियों का मानना है कि इन बस्तियों में विस्फोटक उपकरण हो सकते हैं, जिनके कारण सैनिकों और नागरिकों की जान को खतरा हो सकता है।
इज़रायली मीडिया ने यह भी बताया कि हिज़्बुल्लाह ने युद्ध की शुरुआत में ही मिसाइल चेतावनी प्रणालियों को नष्ट कर दिया और महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों को डाउनलोड किया, जिन्हें आम नागरिकों से छिपाकर रखा गया था। यह जानकारी हिज़्बुल्लाह रक्षा मंत्रालय के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह दस्तावेज़ आम तौर पर राज्य के सबसे गुप्त दस्तावेज़ों में से माने जाते थे।
इज़रायली सेना का अलर्ट मोड और युद्ध की स्थिति
साथ ही, इज़रायली सेना ने युद्ध के सभी मोर्चों पर स्थिति को गंभीर बताया है। युद्ध के दौरान, इज़रायली सेना ने उच्चतम स्तर की तैयारियाँ और अलर्ट घोषित कर दी हैं, क्योंकि एक साथ कई क्षेत्रों में मिसाइल हमलों की आशंका जताई जा रही थी। रिपोर्टों के अनुसार, इज़रायली सेना अब पूरे युद्धक्षेत्र में और भी अधिक सतर्क हो गई है, ताकि किसी भी प्रकार के अप्रत्याशित हमले से निपटा जा सके।
यह खबर इज़रायली मीडिया में बड़ा खुलासा मानी जा रही है और इसे इज़रायली सरकार के लिए एक कड़ा संदेश भी माना जा रहा है, खासकर उस समय जब इज़रायल और हिज़बुल्लाह के बीच तनाव और संघर्ष तेज हो रहे हैं।


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