हमास ने वेस्ट बैंक में इज़रायली अत्याचार पर वैश्विक चुप्पी की निंदा की
फिलिस्तीनी प्रतिरोध संगठन हमास ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में शरणार्थी कैंपों से जबरन बेदखली और घरों की तबाही सहित फिलिस्तीनी जनता के खिलाफ किए जा रहे इज़रायली अपराधों पर वैश्विक चुप्पी के परिणामों को लेकर चेतावनी दी है। संगठन ने वेस्ट बैंक के उत्तरी क्षेत्र तुलकरम के पूर्व में स्थित नूर शम्स कैंप में घरों और रिहायशी इमारतों को तबाह करने और फिलिस्तीनियों को बंदूक की नोक पर बेदखल करने की कड़ी निंदा की।
हमास ने इन इज़रायली कार्रवाइयों को अंतरराष्ट्रीय कानून का गंभीर उल्लंघन और दुनिया की आंखों के सामने किया गया स्पष्ट युद्ध अपराध करार दिया। साथ ही, हमास ने वेस्ट बैंक में इज़रायली सैन्य हमलों और फिलिस्तीनियों के खिलाफ संगठित आतंकवाद की भी निंदा की और कहा कि यह प्रतिरोध के संकल्प को तोड़ने की निराशाजनक और निष्फल कोशिशें हैं।
गौरतलब है कि शनिवार सुबह, इज़रायली सेना ने नूर शम्स शरणार्थी शिविर के अल-मनशिया इलाके में 11 घरों की दीवारें गिरा दीं, जहां पिछले 21 दिनों से सैन्य अभियान चल रहा है। इस भीषण कार्रवाई में कम से कम 64 लोग मारे गए और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। फिलिस्तीनी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि, यह कार्रवाई इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की सरकार द्वारा वेस्ट बैंक को हड़पने और इसे इज़रायली संप्रभुता के तहत लाने की बड़ी योजना का हिस्सा है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 को ग़ाज़ा पर इज़रायली हमले की शुरुआत के बाद से कब्जे वाले वेस्ट बैंक में इज़रायली सेना और अवैध यहूदी बस्तियों के निवासियों के हमलों में कम से कम 927 फिलिस्तीनी शहीद और लगभग 7,000 लोग घायल हो चुके हैं।इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) ने जुलाई में घोषणा की थी कि फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़रायल का दीर्घकालिक कब्जा अवैध है और वेस्ट बैंक व पूर्वी यरुशलम में सभी अवैध यहूदी बस्तियों को हटाने की मांग की थी।