हमास का दावा, चार दिनों में 48 इज़रायली सैनिक मारे गए
ग़ाज़ा: हमास ने दावा किया है कि, पिछले चार दिनों के अभियान में हमारे सेनानियों द्वारा 48 इज़रायली सैनिक मारे गए तथा 35 सैन्य उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए। हमास की सैन्य शाखा अल-क़स्साम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने कहा, “पिछले चार दिनों के दौरान, अल-क़स्साम लड़ाके, 35 इज़रायली सैन्य वाहनों को पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट करने और 48 इज़रायली सैनिकों और कई अन्य लोगों को मारने में सफल रहे, जबकि कई लोग घायल हो गए हैं।
मालूम हो कि 7 अक्टूबर को हमास ने ग़ाज़ा पट्टी से इज़रायल के खिलाफ बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला किया, इज़रायल की सीमा में घुस कर इज़रायली बलों और नागरिकों पर गोलीबारी की। हमास का यह हमला इज़रायल के उस अत्याचार के विरोध में था जिसे वह ग़ाज़ा पट्टी में हर रोज़ करता था। परिणामस्वरूप, 1,200 से अधिक इज़रायली मारे गए और लगभग 240 का अपहरण कर लिया गया।
इज़रायल ने हमास से इस हमले का बदला लेने के बहाने ग़ाज़ा वासियों पर बर्बरता लगातार बमबारी शुरू कर दी। इज़रायल ने जवाबी कार्रवाई में ग़ाज़ा की पूर्ण नाकाबंदी का आदेश दिया। इज़रायल ने इस बमबारी में ग़ाज़ा के सभी अस्पतालों और स्कूलों को तबाह कर डाला। इज़रायल के इस कायरता पूर्ण हमले में ऑक्सीजन पे रखे हुए बहुत से बच्चे मर गए। यहां तक कि उन नवजात बच्चों के शवों में कीड़े तक पड़ गए।
नेतन्याहू की इस बर्बरता के विरुद्ध ख़ुद इज़रायल की जनता ने मोर्चा खोल दिया है। इज़रायल की जनता युद्ध-विराम के साथ साथ नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग कर रही है। इस हमले के ख़िलाफ़ अमेरिका की जनता भी बाइडेन सरकार के विरुद्ध लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है। अमेरिकी जनता ग़ाज़ा में नेतन्याहू के हमले का समर्थन करने पर बाइडेन सरकार का विरोध और आलोचना कर रही है।
इज़रायल ने हमास के लड़ाकों को ख़त्म करने और बंधकों को छुड़ाने के घोषित लक्ष्य के साथ ग़ज़ा में ज़मीनी घुसपैठ शुरू की थी लेकिन वह अभी तक इसमें सफल नहीं हो सका है। स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक, ग़ाज़ा में इज़रायली हमलों में अब तक 20,400 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 24 नवंबर को क़तर ने इज़रायल और हमास के बीच अस्थायी संघर्ष विराम की घोषणा की, कुछ कैदियों और बंधकों की अदला-बदली की और ग़ाज़ा को मानवीय सहायता भेजी। युद्धविराम 1 दिसंबर को समाप्त हो गया।