ग़ज़्ज़ा युद्ध ने इस्राईल के साथ संबंधों के सामान्यकरण का जनाज़ा निकाला, ग़ज़्ज़ा युद्ध में इस्राईल को हमास के खिलाफ जहाँ सैन्य मोर्चे पर भी कुछ सफलता नहीं मिल पाई वहीं यह रणनीतिक रूप से भी इस्राईल के लिए बहुत हानिकारक रहा है।
ब्लूमबर्ग ने एक लेख प्रकाशित करते हुए कहा है कि इस्राईल और हमास के बीच हुए हालिया संघर्ष ने इस्राईल और मुस्लिम जगत विशेषकर अरब देशों के साथ संबंधों के सामान्यकरण की लहर का जनाजा निकाल दिया है।
फिलिस्तीन संकट को ध्यान में रखते हुए इस्राईल के साथ संबंधों में सुधार की मुहिम एक नाराज करने वाला और घृणित विजन बन चुका है।
अल क़ुद्स अल अरबी ने ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के आधार पर लिखा कि इस्राईल के साथ हाल ही में संबंधों को सार्वजनिक करने वाले अरब देश ग़ज़्ज़ा युद्ध के बाद इस्राईल के साथ अपने संबंधों पर फूंक फूंक कर क़दम रख रहे हैं। जबकि इस्राईल के साथ संबंधों में सुधार लाने के इच्छुक देश एक बार फिर से अपनी नीतियों पर विचार कर रहे हैं।
हुसैन अबयश के लिखे हुए इस लेख में कहा गया है कि अतिगृहित फिलिस्तीन और इस्राईल में रहने वाले रब नागरिकों ने बहरैन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों को संकट में डाल दिया है।
इन अरब देशों के शासक सऊदी अरब , कतर, ओमान और अन्य देशों के साथ मिलकर इस्राईल के साथ संबंधों को लेकर विचार विमर्श कर रहे हैं।