ग़ाज़ा युद्ध: कोलंबिया विश्वविद्यालय की अध्यक्ष का इस्तीफा, सितंबर से फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू

ग़ाज़ा युद्ध: कोलंबिया विश्वविद्यालय की अध्यक्ष का इस्तीफा, सितंबर से फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू

कोलंबिया विश्वविद्यालय की अध्यक्ष मैनूष शफीक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, और इस खबर ने अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक और राजनीतिक हलकों में काफी हलचल मचा दी है। उनके इस्तीफे का निर्णय ऐसे समय में आया है जब ग़ाज़ा पर इज़रायल के युद्ध के खिलाफ अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन एक प्रमुख मुद्दा बना हुआ है। शफीक का इस्तीफा विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है क्योंकि यह निर्णय विश्वविद्यालय में कई महीने तक चले विरोध प्रदर्शनों और विवादों के बीच आया है।

इस्तीफे की पृष्ठभूमि

मैनूष शफीक ने अगस्त 2024 में अपना इस्तीफा सौंपा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि 3 सितंबर को शुरू होने वाले नए शैक्षणिक वर्ष से पहले विश्वविद्यालय के पास नया नेतृत्व हो। शफीक के इस्तीफे की घोषणा के साथ ही यह भी घोषणा की गई कि कोलंबिया मेडिकल स्कूल की डीन, कैटरीना आर्मस्ट्रांग, अस्थायी रूप से अध्यक्ष की जिम्मेदारियां निभाएंगी। शफीक ने कहा कि वह इस्तीफा इसलिए दे रही हैं ताकि विश्वविद्यालय के पास इस संकट के समय में नेतृत्व की स्पष्टता हो।

छात्र विरोध और विवाद

मई और अप्रैल 2024 में, कोलंबिया विश्वविद्यालय के न्यूयॉर्क सिटी परिसर में छात्रों ने इज़रायल द्वारा ग़ाज़ा में किए जा रहे सैन्य अभियानों के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। इन प्रदर्शनों में हजारों छात्रों ने भाग लिया, और कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। छात्रों का आरोप था कि इज़रायल के इन हमलों में हजारों फिलिस्तीनियों की जानें गईं और इस पर विश्वविद्यालय का मौन रहना अस्वीकार्य है। शफीक ने इन प्रदर्शनों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाया था, जिससे उनके खिलाफ छात्रों में भारी असंतोष पैदा हो गया।

इस बीच, इज़रायल समर्थक समूहों ने शफीक पर आरोप लगाया कि वे विरोध प्रदर्शनों को रोकने में विफल रही हैं। इस दोहरे दबाव ने विश्वविद्यालय के भीतर और बाहर दोनों जगह तनाव को बढ़ा दिया था। छात्रों ने सितंबर से विरोध प्रदर्शन फिर से शुरू करने की घोषणा की है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

मैनूष शफीक का करियर और भविष्य

मिस्र में जन्मीं मैनूष शफीक एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री हैं और उनके पास ब्रिटेन और अमेरिका की नागरिकता है। उन्होंने बैंक ऑफ इंग्लैंड की डिप्टी गवर्नर, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की अध्यक्ष और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उनका इस्तीफा एक ऐसे समय में आया है जब ग़ाज़ा में इज़रायल के सैन्य अभियानों ने अब तक 40,000 से अधिक लोगों की जान ले ली है और 2.3 मिलियन से अधिक लोगों को विस्थापित कर दिया है।

शफीक ने अपने इस्तीफे के बाद घोषणा की कि वह ब्रिटिश हाउस ऑफ लॉर्ड्स में सहयोग करेंगी, जो उनके लिए एक नया अवसर हो सकता है। उनकी इस नई भूमिका से उनके करियर में एक नया मोड़ आ सकता है, लेकिन कोलंबिया विश्वविद्यालय के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय रहेगा क्योंकि उन्हें एक नए नेतृत्व के तहत अपने संकट से उबरने की जरूरत होगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Hot Topics

Related Articles