पश्चिमी तट में फिलिस्तीनी प्रतिरोध और इज़रायली सेना के बीच भीषण संघर्ष
फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध और इज़रायली सेना के बीच पश्चिमी तट के नब्लुस शहर में भीषण संघर्ष हुआ। फ़तह आंदोलन की सैन्य शाखा, अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड, ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि उनके लड़ाकों ने इज़रायली शासन की सेनाओं से जमकर मुकाबला किया। यह सेनाएं नब्लुस पर हमला करने के इरादे से आई थीं। इस संघर्ष में अल-अक्सा 1 प्रकार की मशीनगनों और बमों का इस्तेमाल किया गया, जिससे इज़रायली बलों को कड़ी टक्कर दी गई।
एक अन्य बयान में अल-अक्सा शहीद ब्रिगेड ने बताया कि बलाता शरणार्थी शिविर के युवाओं ने भी प्रतिरोध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने पूर्वी नब्लुस में घुसपैठ करने वाली इज़रायली सेना पर भारी गोलीबारी की और उनकी योजनाओं को असफल किया।
इसी बीच, जिहादे इस्लामी आंदोलन की सैन्य शाखा, सराया अल-क़ुद्स, ने भी घोषणा की कि, उनके लड़ाकों ने इज़रायली कब्जाधारियों के हमले का मजबूती से सामना किया। यह हमले पूर्वी नब्लुस और यूसुफ की कब्र के आसपास हुए। प्रतिरोध बलों ने बंदूकों और बमों का इस्तेमाल करते हुए इज़रायली सेनाओं को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया।
इस पूरे संघर्ष के दौरान नब्लुस के कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण रही, जहां फिलिस्तीनी युवाओं और प्रतिरोध बलों ने इजरायली सेना को भारी नुकसान पहुंचाया। प्रतिरोध के इन अभियानों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलिस्तीनी लड़ाके अपनी जमीन की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।