यूएई पर फिर ड्रोन हमला , रक्षा मंत्रालय ने की पुष्टि
अबू धाबी ने कल देर शाम एक अज्ञात समूह द्वारा एक बयान जारी करने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में हुए ड्रोन हमले की पुष्टि की।
यूएई के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में घोषणा की कि तीन यूएवी ने आज सुबह देश के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इस बयान में कहा गया है कि ड्रोन रिहायशी इलाकों से दूर थे। जबकि हमले के कुछ घंटों बाद, अल-वीया अल-वाद अल-हक नामक एक अज्ञात समूह द्वारा एक बयान जारी किया गया जिस के बाद अबू धाबी ने दावा किया वह ड्रोन को रोकने में सक्षम रहे।
खुद को अल-विया अल-वाद अल-हक कहने वाले एक अज्ञात समूह ने एक बयान में घोषणा की कि संयुक्त अरब अमीरात पर ड्रोन से हमला किया गया है। इस समूह ने कहा, “अरब प्रायद्वीप के जियालों ने आज सुबह चार ड्रोनों से दुष्ट यूएई देश पर हमला किया, जिन्होंने अबू धाबी में कई महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया है ।
अल-विया अल-वाद अल-हक ने कहा कि वह यूएई पर इसी तरह के दर्दनाक हमलों का सिलसिला तब तक जारी रखेगे जब तक संयुक्त अरब अमीरात क्षेत्र के छोटे देश, विशेष रूप से यमन और इराक के मामलों में हस्तक्षेप करना बंद ना कर दे, और क्षेत्र से अपने भाड़े के सैनिकों को वापस ना बुला ले। इस समूह ने धमकी दी है कि संयुक्त अरब अमीरात पर भविष्य मे इस से भी अधिक दर्दनाक और प्रभावी हमले होंगे।
हाल ही में अपने अस्तित्व की घोषणा करने वाले इस नए समूह ने इस से पहले सऊदी अरब पर हमला करने की बात कही थी। संयुक्त अरब अमीरात पर लगातर हमले हो रहे है। मीडिया समूहों ने आज रात तल अवीव के अधिकारियों के हवाले से बताया कि यमन सेना के हमलों के बाद अबू धाबी को सैन्य और खुफिया सहायता प्रदान करने के लिए कई इस्राईली सैन्य अधिकारी पिछले सप्ताह यूएई पहुंचे हुए हैं।
संयुक्त अरब अमीरात और इस्राईली शासन के बीच संबंधों को सामान्य करने का समझौता दो साल से अधिक नहीं चला है; लेकिन अमेरिकी वेबसाइट ने आगे खुलासा किया कि तल अवीव और अबू धाबी दो दशकों से अधिक समय से खुफिया और रक्षा क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं।
एक्सियस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यूएई ने तल अवीव से मिसाइल रक्षा और आतंकवाद निरोध के क्षेत्र में सहायता मांगी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस्राईल का युद्ध मंत्रालय और उसकी सुरक्षा एजेंसियां जल्द ही मदद के लिए यूएई के अनुरोध पर विचार करेंगी।
अमेरिकी वेबसाइट ने यह भी बताया कि तल अवीव यूएई की यथासंभव मदद करने का इरादा रखता है, लेकिन इस देश को अपनी संवेदनशील प्रौद्योगिकियां प्रदान करने का इरादा बिल्कुल नहीं रखता।
यमन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने और देश में तनाव बढ़ाने की कोशिश करने के बारे में अबू धाबी को बार-बार चेतावनी देने के बाद,कल के हमले से पहले भी यूएई में कई ठिकानों को तीन चरणों में मिसाइलों और ड्रोन द्वारा निशाना बनाया गया था।
यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य मोहम्मद अल-बखिती ने अल-अरबी चेनल को बताया कि:”सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक सौदा हुआ है, जिसके अनुसार सऊदी अरब शबवा सहित यमन के सभी दक्षिणी प्रांतों को संयुक्त अरब अमीरात को सौंप देगा, और बदले में, संयुक्त अरब अमीरात अपनी सभी सैन्य क्षमताओं का उपयोग यमन में करेगा jai से कि पहले भी उपयोग कर चुका हे।
अल-बखिती ने चेतावनी दी कि : “हम संयुक्त अरब अमीरात को सलाह देते हैं कि वह अपने इन कृत्यों को जारी न रखें, क्योंकि अगर ये तनाव जारी रहा तो यमन इस देश के अंदर बड़े हमले करने पर मजबूर होगा।


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