कुवैत में इस्राईल के ख़िलाफ़ प्रदर्शन, प्रदर्शनकारियों ने जलाया इस्राईली झंडा, सैकड़ों कुवैतियों ने बुधवार को फिलिस्तीनियों के समर्थन में प्रदर्शन किया और गाजा की बमबारी के विरोध में इस्राईली झंडा भी जलाया, अधिकारियों ने कोरोना वायरस प्रतिबंधों के बावजूद भी रैली निकालने की अनुमति दी।
प्रदर्शनकारियों ने “Death to Israel” का नारा लगाया और संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन द्वारा इस्राईल के साथ संबंध बनाने के लिए किए गए सामान्यीकरण समझौते को समाप्त करने वाले बैनर भी लगाए।
यूएस न्यूज़ के अनुसार कुवैती राजनीतिक 43 वर्षीय ओसामा अल-जैद ने कहा, “हम जीसीसी (खाड़ी सहयोग परिषद) देशों में अपने दोस्तों को एक संदेश भेजते हैं कि यहूदियों के साथ किसी भी सामान्यीकरण से मदद नहीं मिलेगी। यह फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ हत्यारे की मदद करता है।”
30 वर्षीय कुवैती कर्मचारी ज़हरा हबीब ने कहा, “फिलिस्तीन और अल-अक्सा हमारे दिल में हैं। हम इसे सामान्यीकरण के समझौते का पूरी तरह से विरोध करते हैं।”
अन्य प्रदर्शनकारियों ने भी जिनमें दर्जनों प्रवासी शामिल थे, ने तेल अवीव पर रॉकेट हमलों की माँग करते हुए नारे लगाए।
यरुशलम में फिलिस्तीनियों के मानव अधिकारों का हनन और पवित्र मस्जिद अल-अक्सा में उपासकों के साथ इस्राईली पुलिस की झड़प के बाद हमास ने 10 मई को जवाबी कार्रवाई में रॉकेट फायरिंग शुरू कर दी थी।
गाजा में इस्राईली हवाई बमबारी में 10 दिनों के संघर्ष में 227 लोग मारे गए हैं जबकि हमास के रॉकेट हमलों में इस्राईल में भी 12 लोग मारे गए हैं।
कोविड के चलते सरकार की असहमति के कारण खाड़ी क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कम देखने को मिले हैं लेकिन खाड़ी देशों ने इस्राईली द्वारा फ़िलिस्तीनी लोगो के मानव अधिकारों के उल्लंघन की खुलेआम निंदा की है और शत्रुता को रोकने का आह्वान किया है।