ब्रिटेन फिलिस्तीन के खिलाफ जारी अपराधों में इस्राईल का भागीदार, ब्रिटेन पार्लियामेंट की सदस्य ज़ारा सुल्ताना ने एक सरकारी मीटिंग में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को संबोधित करते हुए कहा कि ब्रिटिश सरकार फिलिस्तीन के खिलाफ इस्राईल के अपराधों में बराबर की भागीदार है।
ब्रिटेन में लेबर पार्टी की युवा सांसद ज़ारा सुल्ताना ने ग़ज़्ज़ा में इस्राईल की बर्बरता और आम लोगों के क़त्ले आम का उल्लेख करते हुए कहा कि इन हमलों में बड़ी संख्या में महिलाऐं और बच्चे मारे गए हैं उन्होंने कहा कि तआला की आयु 13 साल थी, वहीं उसकी छोटी बहन रूला 5 साल की और यारा की उम्र 9 वर्ष थी। यह तीनों बहने गज़्ज़ा पर इस्राईल के बर्बर हमलों में मारे गई हैं। इनके अलावा इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा में 63 अन्य बच्चों का कत्लेआम किया। ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनी हमलों ने कम से कम 245 फिलिस्तीनी नागरिकों की जान ले ली।
टीआरटी की रिपोर्ट के अनुसार ज़ारा सुल्ताना ने कहा कि फिलिस्तीन की आज़ादी के लिए आज तक इतनी आवाज़ नहीं उठी थी लेकिन बोरिस जॉनसन की सरकार इस्राईल के अपराधों में भागीदार है।
ब्रिटिश सरकार ने 2015 से लेकर अब तक इस्राईल को 400 मिलियन यूरो से अधिक के हथियार बेचे हैं। क्या ब्रिटिश प्रधानमंत्री मेरी आंखों में आंखें डाल कर कह सकते हैं कि ग़ज़्ज़ा युद्ध में इस्राईल ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ ब्रिटिश हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया? फिलिस्तीनी लोगों के कत्लेआम में ब्रिटेन के हथियारों का प्रयोग नहीं हो रहा?
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ज़ारा सुल्ताना के बयान के जवाब में सिर्फ इतना कह कर रह गए कि मैं समझता हूं कि ब्रिटिश पार्लियामेंट इस बात को समझ रही है कि कोई भी इस्राईल और ग़ज़्ज़ा के बीच जारी तनाव का समर्थक नहीं है। हम सब खुश हैं कि दोनों पक्षों में संघर्ष विराम हो गया है और तनाव घटना शुरू हो गया है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने दावा किया कि ब्रिटिश सरकार फिलिस्तीन संकट के समाधान के लिए दो राष्ट्र के गठन के सिद्धांत की पक्षधर है और इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए ब्रिटिश सरकार पिछले कई वर्षों से कोशिश कर रही है। याद रहे कि गज़्ज़ा पर इस्राईल के बर्बर हमलों में कम से 250 से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक मारे गए थे जिनमें 65 से अधिक बच्चे थे।