अमेरिकी सत्ता से जाते जाते ट्रम्प ने अपने बाद सत्ता संभालने वाले बाइडन के रास्ते में कई मुश्किलें उत्पन्न करने वाले निर्णय लिए , यमन के लोकप्रिय जनांदोलन अंसारुल्लाह को आतंकी संगठन की लिस्ट में डाले जाने का निर्णय भी उन्ही में से एक माना जाता है।
कहा जा रहा है कि अब बाइडन प्रशासन ने ट्रम्प के उक्त निर्णय को बदलने का निश्चय कर लिया है।
अमेरिकी विदेशमंत्राय के एक अधिकारी के अनुसार बाइडन प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस को संदेश दे दिया है कि कि वह यमन के असांरुल्लाह आंदोलन से प्रतिबंध हटाने का इरादा रखती है।
वाशिंग्टन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश मंत्रालय के जानकार सूत्रों ने बताया है कि डेमोक्रेट सीनेटर क्रिस मर्फी ने यमन जनांदोलन अंसारुल्लाह को आतंकवादी संगठनों की सूचि से निकालने के फ़ैसले को बाइडन सरकार का एक और अच्छा क़दम बताया है।
याद रहे कि हाल में बाइडन ने एक भाषण में यमन में व्याप्त मानव संकट की आलोचना करते हुए कहा था कि वह इस देश में युद्ध बंद करना चाहते हैं और पश्चिमी एशिया के मामलों की अपनी टीम से कहा था कि वह यमन में युद्ध विराम के लिए क़दम उठाए।
अंसारुल्लाह के वरिष्ठ सदस्य, मोहम्मद अली हौसी ने इस खबर के बाद कहा कि यमन पर हमले के खिलाफ जो भी फ़ैसला किया जाए वह अच्छा है और हर फैसला का परिणाम यमन पर हमला रोके जाने के रूप में निकलना चाहिए।