इराक की धार्मिक एवं राजनीतिक हस्तियों समेत अरब महिलाएं सऊदी युवराज के निशाने पर पेगासस को लेकर दुनिया भर में हंगामा मचा हुआ है।
इराक की धार्मिक एवं राजनीतिक हस्तियां सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के निशाने पर थे। अरब प्रायद्वीप के एक अध्ययन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब शासन में सऊदी अरब की महिला कार्यकर्ताओं के फोन हैक करने और पेगासस स्पाइवेयर के माध्यम से उनकी जासूसी किये जाने की खबर दी है।
इस रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब की कई महिला कार्यकर्ताओं ने सुबूत पेश करते हुए दावा किया है कि आले सऊद शासन ने इस स्पाइवेयर के माध्यम से उनके मोबाइल को हैक कर उनकी निजता में घुसपैठ की है और निरंतर उनकी जासूसी की है।
आले सऊद शासन इन महिला कार्यकर्ताओं एवं अन्य लोगों की जासूसी कर इस बात का प्रयास कर रहा है कि वह अपने अपराधों को दुनिया के सामने लाने वाले तमाम लोगों को कंट्रोल कर सके।
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एमबीएस नाम से विख्यात अकाउंट तथा सरकारी अधिकारियों के अकाउंट से ऐसे संदेश भेजे गए हैं जिससे यह बात स्पष्ट होती है कि सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान स्वयं इन गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे।
याद रहे कि इस्राईल की कंपनी द्वारा निर्मित इस स्पाइवेयर को सेल फोन हैक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस्राईली कंपनी का दावा है कि वह यह जासूसी उपकरण किसी भी देश की सरकार को ही बेचती है।
सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात समेत कई देशों ने इस्राईल की एनएसओ कंपनी से इस स्पाइवेयर को खरीदा है। इन दोनों देशों ने इस सॉफ्टवेयर की मदद से वर्ष 2018 और 2019 में लेबनानी अधिकारियों की जासूसी कराई थी।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इराक के कई महत्वपूर्ण राजनीतिक एवं धार्मिक हस्तियां भी इस्राईली स्पाइवेयर का शिकार हुई हैं। मिडिल ईस्ट में अशांति एवं अराजकता तथा फिलिस्तीनी नागरिको के खिलाफ बर्बर अत्याचारों के लिए कुख्यात इस्राईल जासूसी उपकरण को लेकर दुनिया भर में अपमान और जिल्लत का सामना कर रहा है।