साथियों को अकेला छोड़ना अमेरिका की पुरानी आदत, यूक्रेन ताज़ा उदाहरण :हिज़्बुल्लाह
लेबनान के प्रभावशाली राजनैतिक दल एवं प्रतिरोधी आंदोलन हिज़्बुल्लाह की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष सय्यद हाशिम सफ़ीउद्दीन ने कहा, “रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध और इस संकट के समय में अमेरिका ने अपने सहयोगी को अकेला छोड़ दिया है। संकट के समय अपने सहयोगियों को अकेला छोड़ने की अमेरिका की पुरानी आदत है।
अल-अहद के अनुसार, हासिम सफीउद्दीन ने कहा कि कुछ सरकारों का अमेरिकी समर्थन पर भरोसा करना बहुत बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि लेबनान और इस क्षेत्र की सभी आपदाओं से मुक्ति पाने के लिये अमेरिकी आधिपत्य से मुक्ति पाना ज़रूरी है अमेरिका के क़ब्ज़े से मुक्ति के साथ ही मुश्किलों से छुटकारा संभव है।
सय्यद हाशिम ने कहा कि अमेरिका सिर्फ अपना फायदा देखता है। जहाँ उसका फायदा नहीं होता वहाँ वह अपने सहयोगी को अकेला छोड़ देता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम देशों ने यूक्रेन को पहले युद्ध के लिये उकसाया, बाद में उसको लड़ने के लिये अकेला छोड़ दिया।
आज यूक्रेन अकेले ही रूस का सामना कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यह कहते हुये क़दम पीछे हटा लिए कि मुद्द काफी गंभीर है इस लिए वह सैन्य युद्ध में हिस्सा नहीं लेंगे। सय्यद हाषिम ने कहा कि यही अमेरिका की वास्तविकता भी है। कितनी बार उसने उन लोगों को चला और संकट के समय उनका त्याग कर दिया। उसने उन को भी अकेला छोड़ दिया जिन से उसने वादा किया था और अंत में उन्हें धोखा दिया।