ईरान, रूस और चीन के गठबंधन को रोकने के लिए कुछ भी करेगा अमेरिका
अमेरिका इन दिनों जहाँ विश्व जगत में अपनी गिरती साख को बचाने के लिए हाथ पैर मार रहा है वहीँ उसे चीन , रूस और ईरान से भी कड़ी चुनौती मिल रही है.
ईरान, रूस और चीन के बीच बढ़ते सहयोग से परेशान अमेरिका इन देशों को रोकने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है.
अलआलम की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामनेई के सैन्य मामलों के सलाहकार अमीर हातिमी ने कहा कि अमेरिका दुनिया भर में अपनी चौधराहट बरक़रार रखने की राह में ईरान, रूस और चीन को सबसे बड़ी रुकावट मानता है. वह रूस ईरान और चीन को संकट का केंद्र घोषित कर चुका है और वह इन तीनों देशों को एकजुट होने से रोकने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है.
अमीर हातिमी ने कहा कि ईरान के बढ़ते प्रभाव और शक्ति में हमारी सच्चाई, विश्वसनीयता और क्षमता प्रमुख है जो हमारे शहीदों , देश की आम जनता और सेना की कुर्बानियों से हासिल हुई है. अमेरिका हमे मिसाइल, आर्थिक तथा सैन्य रूप से कमज़ोर करने के के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. वह इलाक़े में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए हमारे खिलाफ लगातार कोशिशें कर रहा है लेकिन उसे अपनी हर साज़िश में मुंह की खानी पड़ रहे है.
उन्होंने कहा कि अमेरिकी रणनीतिकारों ने अपनी चौधराहट की राह में संकट के तीन केंद्रों का ज़िक्र किया है जो ईरान , रूस और चीन हैं और अमेरिका कि पूरी कोशिश है कि किसी भी तरह यह तीनों देश एकजुट न होने पाएं इसके लिए वह अफ़ग़ानिस्तान और अन्य देशों में संकट को बढ़ाने के साथ साथ अमानवीय प्रतिबंधों का सहारा ले रहा है.