ईरान और इमाम हुसैन के रौज़े समेत अमेरिका ने कई वेबसाइट बंद की अमेरिका का मीडिया आतंकवाद इस वक्त चरम पर है।
ईरान के प्रेस टीवी की वेबसाइट समेत कर्बला में स्थित इमाम हुसैन अ.स के रौज़े की वेबसाइट को अमेरिका ने बिना किसी कारण के भी बंद कर दिया है।
ईरान की फार्स न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार करते हुए ईरान के इंग्लिश न्यूज़ चैनल प्रेस टीवी की वेबसाइट को बंद कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने बिना कोई कारण बताए एवं बिना किसी पूर्व चेतावनी के प्रेस टीवी की वेबसाइट को बंद कर दिया है।
प्रेस टीवी ने अमेरिका की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा है कि अमेरिका की यह कार्यवाही विश्व जनमत के खिलाफ एक आतंकवादी ऑपरेशन एवं मीडिया तानाशाही का उदाहरण है।
अमेरिका के दावों के विपरीत अमेरिका ने इस वेबसाइट को इसलिए बंद किया है ताकि सही जानकारी लोगों तक ना पहुंच सके। विशेषकर फिलिस्तीन के खिलाफ इस्राईल के हालिया बर्बर हमलों से संबंधित सभी जानकारियां एवं फिलिस्तीन के लोगों की मजलूमी दुनिया तक ना पहुंच सके।
प्रेस टीवी को प्रतिबंधित करने का मुख्य कारण यही है कि ग़ज़्ज़ा के लोगों की पीड़ा एवं इस्राईल की बर्बरता को सही समय पर विश्व जनमत तक ना पहुंचने दे।
अफगानिस्तान से लेकर इराक, यमन, सीरिया, लेबनान, बहरैन जैसे देशों में पीड़ित लोगों की आवाज़ उठाना और उनको कवरेज करना के कारण और इस सिलसिले को तोड़ने के लिए अमेरिका ने इस प्रेस टीवी पर प्रतिबंध लगाया है।
हमारी प्राथमिकता यही है कि हम उन लोगों की आवाज़ बनें जिनकी आवाज़ कोई नहीं उठाता। प्रेस टीवी और प्रतिरोध समर्थक स्वतंत्र मीडिया अमेरिका और उसके सहयोगी देशों को मिल रही लगातार हार की कीमत चुका रहा है।
अमेरिका की यह हरकत हमारे महत्व और बढ़ते प्रभाव का मुंह बोलता सबूत है। यह पहला अवसर नहीं है जब अमेरिका ने हमारे खिलाफ दुर्भावनापूर्ण व्यवहार किया या प्रतिशोध के दबाव में आकर हमें निशाना बनाया है। इससे पहले भी अमेरिका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लेकर सेटेलाइट चैनल के स्तर तक हमें निशाना बनाता रहा है।
प्रेस टीवी ने कहा है कि अमेरिका की निरंतर प्रतिशोधी कार्रवाइयों के बावजूद वह हमारी आवाज़ को दबाने में सफल नहीं होगा। प्रेस टीवी अब ईरानी डोमेन. Ir के साथ दुनिया भर के लोगों के साथ जुड़ा रहेगा।