अल-जज़ीरा ने याह्या सिनवार की नई तस्वीरें जारी कीं

अल-जज़ीरा ने याह्या सिनवार की नई तस्वीरें जारी कीं

अल-जज़ीरा चैनल ने अपने कार्यक्रम “मा ख़फ़ा आज़म” में पहली बार हमास के नेता और इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन के प्रमुख शहीद याह्या याह्या सिनवार की विशेष तस्वीरें जारी की हैं। ये तस्वीरें उनके शहीद होने से पहले इज़्ज़ुद्दीन अल-क़स्साम ब्रिगेड द्वारा रिकॉर्ड की गई थीं।

इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि शहीद याह्या सिनवार अग्रिम पंक्ति में इज़रायली सेना के रफ़ा और अन्य क्षेत्रों पर किए जा रहे आक्रमणों का संचालन कर रहे थे। तस्वीरें यह भी दर्शाती हैं कि वह विभिन्न इलाकों में छिपकर कमांडरों के साथ रणनीतियां बना रहे थे और इज़्ज़ुद्दीन अल-क़स्साम के लड़ाकों का मनोबल बढ़ा रहे थे।

इसके अलावा, सिनवार को रफ़ा के तेल अल-सुल्तान ब्रिगेड के कमांडर महमूद हमदान के साथ बैठे हुए दिखाया गया, जहां वे ऑपरेशन्स की योजना बना रहे थे। महमूद हमदान भी रफ़ा में उनके साथ शहीद हो गए। तस्वीरों में यह भी दिखाया गया है कि सिनवार अग्रिम पंक्ति में एक इज़रायली सैन्य वाहन की ओर देख रहे थे, जिसे रफ़ा के तेल अल-सुल्तान क्षेत्र में निशाना बनाकर नष्ट कर दिया गया।

कार्यक्रम “मा ख़फ़ा आज़म” ने हमास की सैन्य शाखा इज़्ज़ुद्दीन- अल-क़स्साम ब्रिगेड के कमांडर मोहम्मद जैफ़ की भी विशेष तस्वीरें जारी कीं। इन तस्वीरों में उन्हें 7 अक्टूबर को हुए हमले की तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए ब्रिगेड के ऑपरेशन्स रूम के अंदर दिखाया गया।

कार्यक्रम में पहली बार ऑपरेशन्स रूम के अंदर की तस्वीरें दिखाई गईं, जहां मोहम्मद जैफ़ (अबू खालिद) को सैन्य ठिकानों को लक्षित करने की योजना बनाते हुए देखा गया। साथ ही, कार्यक्रम ने उस गुप्त आदेश का खुलासा किया, जिसे मोहम्मद जैफ़ ने 7 अक्टूबर 2023 के “अल-अक्सा तूफान” अभियान से दो दिन पहले जारी किया था।
इस आदेश में हमले के निर्देश और कार्रवाई का शून्य समय सुबह 6:30 बजे निर्धारित किया गया था।

कार्यक्रम में 7 अक्टूबर के हमले के दौरान इज़रायली सेना के टैंकों और सैन्य उपकरणों पर कब्ज़ा करते हुए क़स्साम ब्रिगेड के सदस्यों की विशेष तस्वीरें भी दिखाई गईं। यह हमला इस संघर्ष का एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ।

इस संबंध में इज़रायली चैनल 12 ने कहा कि “मा ख़फ़ा आज़म” में दिखाई गई रिपोर्टें 7 अक्टूबर 2023 को इज़रायल की खुफिया विफलता को दर्शाती हैं। चैनल ने यह भी बताया कि अल-जज़ीरा की रिपोर्ट ने यह खुलासा किया कि हमास ने 7 अक्टूबर से पहले ही इज़रायली सैन्य और खुफिया योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर ली थी, जिससे इज़रायली सेना और सुरक्षा संस्थानों की कमजोरियां उजागर हुईं।

चैनल 12 ने यह भी कहा कि डॉक्यूमेंट्री में याह्या सिनवार को रफ़ा के तेल अल-सुल्तान क्षेत्र में छद्म रूप में घूमते और वहां से युद्ध का संचालन करते दिखाया गया। इसके अलावा, उन्हें रफ़ा में एक ऐसे घर के अंदर मानचित्रों का अध्ययन करते हुए देखा गया, जो पहले इज़रायली सेना का ठिकाना था।

डॉक्यूमेंट्री में यह भी दिखाया गया कि शहीद सिनवार ने युद्ध के दौरान सड़कों पर खुलेआम घूमने से कोई भय महसूस नहीं किया।

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