बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में नेताओं में लगता है पार्टी छोड़ने की होड़ से मच गई है। विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी में नेताओं के पाला बदल से पार्टी की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। सूत्रों का कहना है कि अब मंत्री, पूर्व मंत्री, सांसद व विधायक समेत 16 दिग्गज तृणमूल नेताओं के भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
30 जनवरी को भाजपा के वरिष्ठ नेता गृहमंत्री अमित शाह बंगाल दौरे पर आ रहे हैं। माना जा रहा है कि उसी दिन यह नेता भाजपा में शामिल होंगे। हाल में तृणमूल कांग्रेस के नौ विधायक, एक सांसद भाजपा में शामिल हुए हैं। इसके बाद तृणमूल के दो मंत्री लक्ष्मीरतन शुक्ला व राजीब बनर्जी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।
तृणमूल के पूर्व मंत्री एवं कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी 19 दिसंबर को शाह की मौजूदगी में अपने छह विधायकों के साथ भाजपा शामिल हुए हैं। इसके अलावा तृणमूल के दो और विधायक मिहिर गोस्वामी व अरिंदम भट्टाचार्य ने हाल में भगवा झंडा थाम लिया है। सूत्रों का कहना है कि अब मंत्री, पूर्व मंत्री, सांसद व विधायक समेत 16 दिग्गज तृणमूल नेताओं के भाजपा में शामिल होने की संभावना है।
इस सूची में पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, मंत्री साधन पांडे, पूर्व मंत्री लक्ष्मीरतन शुक्ला, सांसद शिशिर अधिकारी, सांसद दिब्येंदु अधिकारी, सांसद सीएम जटुआ, सांसद प्रतिमा मंडल, सांसद आफरीन अली, राज्यसभा सदस्य अबीर विश्वास, विधायक जितेंद्र तिवारी, विधायक वैशाली डालमिया, विधायक बिश्वनाथ पड़ियाल, विधायक दीपक अधिकारी, विधायक दीपक हल्दर, विधायक उदयन गुहा व विधायक प्रबीर घोषाल का नाम शामिल है।
तृणमूल कांग्रेस में इन दिनों बागी नेताओ की सूची लगातार बढ़ती जा रही है। ज्यादातर नेता पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कार्यशैली से काफी खफा हैं। इसके अलावा कुछ नेता पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिलने का भी रोना रो रहे हैं। वहीं, भाजपा का कहना है कि तृणमूल के अनगिनत नेता पार्टी के संपर्क में हैं। अमित शाह ने बंगाल भाजपा को विधानसभा चुनाव में 200 सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है।