सेना में भर्ती को लेकर युवाओं ने किया प्रदर्शन
पिछले कई साल से भारतीय सेना में भर्ती नहीं हुई है जिससे चिंतित युवाओं ने अपने भविष्य को लेकर राजधानी दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। देश भर के कोने-कोने से भारी संख्या में जुटे युवाओं ने पेंडिंग एयर मैन का रिजल्ट जारी करने की मांग करते हुए भारतीय सेना में भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की भी मांग की।
युवाओं का कहना था कि राजनीतिक रैलियां हो सकती हैं लेकिन जहां सेना में भर्ती की बात होती है तो कोविड-19 का बहाना कर दिया जाता है। युवाओं ने सवाल करते हुए कहा कि जब कोरोना के दौरान चुनाव हो सकते हैं, राजनीतिक रैलियां हो सकती हैं तो सेना में भर्ती बंद करने का क्या मतलब है?
जंतर मंतर पर मौजूद प्रदर्शनकारियों का कहना था कि हम सेना में भर्ती होने के लिए रात दिन मेहनत करते हैं लेकिन अगर जल्दी ही भारतीय सेना में भर्ती शुरू नहीं की जाती तो हम ओवर एज हो जाएंगे। कितने युवा हैं जो सेना में भर्ती का इंतजार करते करते ओवर एज हो गए हैं।
बता दें कि इससे पहले भी सेना में भर्ती के लिए तैयारी कर रहे युवा सोशल मीडिया के माध्यम से तो कभी चुनाव के दौरान होने वाली रैलियों में नारेबाजी करके सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करने का प्रयास कर चुके हैं। अब जबकि संसद सत्र शुरू है युवा एक बार फिर जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर सरकार को इस ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
याद रहे कि इंडियन एयर फोर्स ने पिछले साल जुलाई में एयर मैन के लिए परीक्षा आयोजित की थी जिसका 3 सप्ताह के अंदर नतीजा आना था लेकिन अभी तक उसका भी रिजल्ट सामने नहीं आया है। रिजल्ट आने में देरी क्यों हो रही है इसे लेकर भी भारतीय वायु सेना की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं दिया गया है।
सेना में भर्ती शुरू ना होने के संबंध में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में लिखित में जवाब देते हुए कहा था कि कोविड-19 के कारण सभी रिक्रूटमेंट रैली सस्पेंड की गई हैं। उन्होंने कहा था कि 2020-21 में 97 रिक्रूमेंट रैली की योजना थी लेकिन सिर्फ 47 रैली ही हो सकी हैं। इनमें से भी सिर्फ चार रैली के कॉमन एंट्रेंस एग्जाम किए गए हैं, बाद में सभी एक्टिविटी रोक दी गई थी। 2021-22 में 87 रिक्रूटमेंट रैली की योजना थी जिनमें से सिर्फ चार रैली हो सकी हैं लेकिन इनमें से किसी का भी कॉमन एंट्रेंस एग्जाम नहीं हो सका था।