योगी के एक ओर मंत्री का इस्तीफ़ा, स्वामी प्रसाद के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे वैसे भाजपा को लगातार झटके लगते जा रहे हैं।
योगी के एक और मंत्री ने उत्तर प्रदेश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। उत्तर प्रदेश के आदित्यनाथ सरकार और भाजपा को 24 घंटे के अंदर यह दूसरा जोरदार झटका लगा है। 24 घंटे के अंदर अंदर स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब भाजपा के एक और मंत्री एवं वरिष्ठ ओबीसी नेता दारा सिंह चौहान ने इस्तीफा दे दिया है।
पिछले 24 घंटे के अंदर अंदर भाजपा के 6 बड़े नेता पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं। कहा जा रहा है कि दारा सिंह चौहान समाजवादी पार्टी से जुड़ सकते हैं। राजनीतिक रूप से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को लगातार झटके मिल रहे हैं। 2 दिन के अंदर अंदर भाजपा सरकार के दो मंत्री और चार विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं।
आदित्यनाथ मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले दारा सिंह चौहान ने अपने पत्र में लिखा मैंने पूरे समर्पण के साथ काम किया लेकिन पिछड़े, वंचित वर्ग, दलितों, किसानों और बेरोजगार युवकों के प्रति सरकार के रवैए, पिछड़ों – दलितों के लिए आरक्षण को लेकर उपेक्षापूर्ण रूप से आहत होकर मैं इस्तीफा दे रहा हूं।
बता दें कि इससे पहले आदित्यनाथ सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा का साथ छोड़ दिया था। मौर्य को उत्तर प्रदेश में ओबीसी का बड़ा चेहरा माना जाता है। उनके साथ ही भाजपा के 4 विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी। वहीं दूसरी ओर भाजपा छोड़ने के फौरन बाद ही स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ 2014 के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।
सुल्तानपुर के एमएलए कोर्ट ने धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में मौर्य के खिलाफ वारंट जारी करते हुए 24 जनवरी तक पेश होने का आदेश दिया है। गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने 2014 में एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि शादियों में गौरी गणेश की पूजा नहीं करनी चाहिए। यह मनुवादी व्यवस्था में दलितों पिछड़ों को गुमराह कर उनको गुलाम बनाने की साजिश है। इसे संयोग ही कहा जाएगा कि योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा देने के 1 दिन बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है।