संजौली में मस्जिद निर्माण के विरोध में हिंदू संगठनों का उग्र प्रदर्शन

संजौली में मस्जिद निर्माण के विरोध में हिंदू संगठनों का उग्र प्रदर्शन

हिमाचल प्रदेश: शिमला के संजौली में मस्जिद के निर्माण के विरोध में चल रहा प्रदर्शन अचानक उग्र हो गया। बड़ी संख्या में जमा हुए लोगों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी। प्रदर्शनकारी धीरे-धीरे मस्जिद की ओर बढ़ रहे हैं। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ी भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

मस्जिद समर्थक संगठनों ने सरकार से भी अपील की है कि वे इस मुद्दे को शांति और न्याय के आधार पर हल करें। उनका कहना है कि भारत के सभी नागरिकों को धर्म, जाति, और समुदाय की परवाह किए बिना समान अधिकार मिलने चाहिए। इस बीच, हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सभी से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है।

बता दें कि, पत्थरबाजी और झड़प में पुलिस का एक जवान घायल हुआ है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन चलाई और लाठीचार्ज किया। बता दें कि संजौली विवाद 2010 में शुरू हुआ था। इसको लेकर नगर निगम में शिकायत की गई थी। ताजा विवाद 31 अगस्त को शुरू हुआ जब 2 गुटों में इसको लेकर मारपीट शुरू हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद को गिराने की मांग की।

मस्जिद निर्माण को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच कई संगठनों और समुदायों ने शांति और धार्मिक सौहार्द की अपील की है। मस्जिद समर्थक संगठनों का कहना है कि भारत के संविधान के तहत हर नागरिक को अपने धर्म के अनुसार पूजा स्थल बनाने और अपनी आस्था का पालन करने का मौलिक अधिकार प्राप्त है।

मस्जिद निर्माण के पक्ष में खड़े लोगों ने कहा है कि यह मुद्दा धर्म से अधिक संविधानिक अधिकारों और समानता का है। “सभी धर्मों के लोगों को अपने पूजा स्थलों के निर्माण का अधिकार है और इसे किसी भी प्रकार से चुनौती नहीं दी जानी चाहिए। मस्जिद समर्थक संगठनों ने सरकार से भी अपील की है कि वे इस मुद्दे को शांति और न्याय के आधार पर हल करें।

उनका कहना है कि भारत के सभी नागरिकों को धर्म, जाति, और समुदाय की परवाह किए बिना समान अधिकार मिलने चाहिए। इस बीच, हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने भी सभी से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि सभी को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है। लेकिन ऐसी स्थिति नहीं बने कि शांति खराब हो। प्रदेश का लाॅ एंड ऑर्डर बिगड़ने नहीं दिया जा सकता।

मस्जिद समर्थकों का यह भी कहना है कि मस्जिद निर्माण के लिए जरूरी सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है, और यह स्थान किसी भी प्रकार की सांप्रदायिक या विवादास्पद गतिविधियों के लिए नहीं, बल्कि लोगों के शांतिपूर्वक इबादत करने के लिए बनाया जा रहा है। संजौली में मस्जिद निर्माण के समर्थक संगठनों ने सभी पक्षों से अनुरोध किया है कि वे धैर्य और समझदारी से काम लें, ताकि धार्मिक सौहार्द और एकता बनी रहे, और कोई भी घटना समाज की शांति को भंग न करे।

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