हेलीकॉप्टर से उतरते ही बैग की तलाशी पर भड़के उद्धव ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सोमवार को जब एक जनसभा के लिए यवतमाल जिले के वणी विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, तो हेलिपैड पर उतरते ही चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके काफिले के बैग चेक किए। इस कार्रवाई से नाराज होकर उद्धव ठाकरे ने जनसभा में पुलिस प्रशासन को चुनौती दी कि वे सत्ताधारी पक्ष के बैग की भी तलाशी लेने की हिम्मत दिखाएं।
सूत्रों के अनुसार, उद्धव ठाकरे सोमवार को दोपहर एक बजे हेलीकॉप्टर से यवतमाल जिले के वणी विधानसभा क्षेत्र में महाविकास आघाड़ी की ओर से नामांकित शिवसेना (उद्धव) के उम्मीदवार संजय देरकर की चुनावी रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद जैसे ही शिवसेना के स्थानीय अधिकारी उनका स्वागत कर रहे थे, तभी कुछ पुलिस अधिकारी और चुनाव आयोग के कर्मचारी वहां पहुंच गए और उन्होंने बताया कि वे उद्धव ठाकरे और उनके साथ हेलीकॉप्टर से आए व्यक्तियों के बैग की तलाशी लेना चाहते हैं।
इस पर हेलिपैड पर कुछ समय के लिए तनाव उत्पन्न हो गया। महाविकास आघाड़ी के पदाधिकारियों ने इस प्रकार की कार्रवाई का विरोध किया और नाराजगी जताई। उद्धव ठाकरे ने खुद जांच टीम से सवाल किया कि यह आप किसके कहने पर कर रहे हैं और क्या आप हर राजनीतिक नेता के बैग चेक करते हैं?
जांच टीम ने यह कहते हुए उद्धव ठाकरे के बैग की तलाशी लेना शुरू कर दी कि यह उनका काम है। इसके बाद सावधानीपूर्वक उद्धव ठाकरे ने पूरे मामले की वीडियोग्राफी कराई ताकि कोई गड़बड़ी न हो। हालांकि चुनाव आयोग की टीम को इस जांच में कुछ भी नहीं मिला, फिर भी इस घटना से वणी विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है।
उद्धव ठाकरे जब सभा स्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने इस मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए चुनाव आयोग पर आलोचना की और कहा कि, “इस प्रकार की बैग चेकिंग लोकतांत्रिक व्यवस्था में उचित नहीं है। अगर ऐसा है, तो पुलिस और जांच एजेंसियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बैग की भी तलाशी लेनी चाहिए।”
उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि यह सब सत्ताधारी पक्ष के इशारे पर किया जा रहा है। शिवसेना (उद्धव) ने चेतावनी दी कि अगर चुनाव अधिकारी सत्ताधारी पार्टी के बैग की तलाशी नहीं लेंगे, तो महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता खुद उनके बैग चेक करेंगे। उन्होंने पुलिस और चुनाव अधिकारियों से अनुरोध किया कि इस कार्रवाई में कोई हस्तक्षेप न करें। उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि जिस तरह एजेंसियों को हमारे बैग चेक करने का अधिकार है, उसी तरह मतदाताओं को भी यह अधिकार है कि वे चुनाव प्रचार के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति के बैग की तलाशी लें और हम ऐसा करेंगे।
लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी पार्टी के नेता हेलीकॉप्टर में बड़े-बड़े बैग लाए और बताया कि ये कपड़े के बैग हैं। लेकिन गर्मियों में इतने कपड़े कौन पहनता है? उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया कि इन बैगों की जांच एजेंसियों ने क्यों नहीं की? आप हमारे बैग चेक करें, हम आपके बैग चेक करेंगे। ठाकरे ने उपस्थित लोगों से अपील की कि, जहां भी जांच एजेंसियां आपके बैग और जेबों की तलाशी लें, आप उनके पहचान पत्र चेक करें और उनकी जेबों की भी जांच करें।
इस मामले में जब वणी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर अनिल बहारानी से पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया कि चुनाव प्रचार के लिए आने वाले हर राजनीतिक व्यक्ति और उनके बैग को चेक किया जाता है। यह चुनाव आयोग की हिदायतों के अनुसार एक सामान्य जांच है, जिसमें कोई भी छूट नहीं दी जाती। यह जांच एजेंसियों की जिम्मेदारी है। ध्यान देने योग्य है कि इससे पहले प्रधानमंत्री का बैग चेक करने पर एक मुस्लिम अधिकारी पर कार्रवाई की जा चुकी है।