राहुल गांधी को धमकी: बीजेपी नेता की बयानबाजी पर कांग्रेस का हमला
नई दिल्ली: हाल ही में एक विवादास्पद घटना ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है, जब एक बीजेपी नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी दादी, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरह अंजाम भुगतने की धमकी दी। यह धमकी उस समय दी गई जब दिल्ली बीजेपी के सिख सेल के सदस्यों ने राहुल गांधी के खिलाफ उनकी 10 जनपथ स्थित आवास के पास प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि अमेरिका में दिए गए राहुल गांधी के सिख समुदाय के बारे में कथित बयान ने सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इस बयान को लेकर सिख समुदाय की ओर से कड़ी नाराज़गी व्यक्त की जा रही है।
दिल्ली बीजेपी के सिख सेल ने सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के आरोप में राहुल गांधी से माफी की मांग की। इस प्रदर्शन में नारेबाजी करते हुए और प्लेकार्ड उठाए हुए महिलाओं समेत बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विज्ञान भवन से राहुल गांधी के निवास की ओर मार्च करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इस दौरान दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता और c”
यह बयान इंदिरा गांधी की हत्या की ओर इशारा करता है, जिनकी 1984 में उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी। मारवाह के इस बयान ने कांग्रेस को भड़काने में कोई कसर नहीं छोड़ी, और उन्होंने इसे सीधे तौर पर विपक्षी नेता को हत्या की धमकी बताया।
कांग्रेस का तीखा प्रतिवाद
कांग्रेस ने इस मामले पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता ने एक बेहद गंभीर और खतरनाक बयान दिया है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से इस पर कड़ा रुख अपनाने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “यह बीजेपी की नफरत भरी राजनीति का नतीजा है। यह बयान लोकतंत्र की गरिमा का अपमान है। एक विपक्षी नेता को खुलेआम जान से मारने की धमकी देना एक बहुत गंभीर मामला है, और इसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।” कांग्रेस ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह की इस मामले पर चुप्पी सवाल खड़े करती है। कांग्रेस ने मांग की है कि बीजेपी को अपने नेता के इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
बीजेपी की सफाई
हालांकि, बीजेपी ने इस मामले में अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन पार्टी के कुछ नेता इसे विपक्ष की ओर से राजनीतिक हथकंडा करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि राहुल गांधी ने खुद सिख समुदाय को आहत करने वाला बयान दिया है, और इस पर उन्हें माफी मांगनी चाहिए। बीजेपी ने यह भी कहा कि कांग्रेस इस पूरे मामले को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है ताकि वे राजनीतिक लाभ उठा सकें। राहुल गांधी के सिख समुदाय पर दिए गए बयान ने पहले ही सिख समुदाय में गहरी नाराजगी पैदा कर दी थी। अमेरिका में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों और सिख समुदाय से संबंधित कुछ मुद्दों पर टिप्पणी की थी, जिसे बीजेपी और सिख संगठनों ने आपत्तिजनक माना। इसी के चलते दिल्ली में यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था।
राहुल गांधी को दी गई इस धमकी ने एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। कांग्रेस इसे एक गंभीर हमला मान रही है और बीजेपी से कार्रवाई की मांग कर रही है, जबकि बीजेपी इसे विपक्ष की राजनीतिक चाल बताकर नजरअंदाज कर रही है। देखना यह होगा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह इस मामले पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या यह मुद्दा भारतीय राजनीति में एक बड़ा मोड़ बनेगा या सिर्फ एक राजनीतिक विवाद तक सीमित रहेगा।